अजमेर। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत मंडल रेल प्रबंधक अजमेर राजीव धनखड़ ने पिंडवाड़ा, जवाई बांध, फालना, रानी, मारवाड़ जंक्शन, सोजत रोड व ब्यावर रेलवे स्टेशनों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक ने इन स्टेशनों पर अमृत भारत योजना के अंतर्गत जारी कार्यों की समीक्षा की और अधीनस्थ अधिकारियों को कार्यों को शीघ्र पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। वर्तमान में इन स्टेशनों पर स्टेशन बिल्डिंग की डिजाइन तैयार कर दी गई है और सरफेस लेवलिंग व स्टेशन बिल्डिंग के फाउंडेशन संबंधित कार्य किए जा रहे है।
निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक ने वरिष्ठ मंडल इंजीनियर बिपिन सिंह से स्टेशन के डिजाइन में संबंध में विस्तृत चर्चा की साथ ही वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुनील कुमार महला से यात्री सुविधाओं के मद्देनजर इन स्टेशनों किए जाने वाले सुधारों के संबंध में जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान मुख्य परियोजना प्रबंधक (गतिशक्ति) अनूप कुमार शर्मा, अपर मंडल रेल प्रबंधक बलदेव राम, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुनील कुमार महला, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर बिपिन सिंह, वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर पंकज कुमार मीना, वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूरसंचार इंजीनियर अंकुर झिंगोनिया तथा सहायक वाणिज्य प्रबंधक मोनिका यादव सहित अन्य रेल अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत अजमेर मंडल के 10 स्टेशनों सोजत रोड, मावली, राणाप्रताप नगर, पिंडवाड़ा, डूंगरपुर, मारवाड़ जंक्शन, फालना, कपासन, भीलवाड़ा और बिजयनगर स्टेशनों का हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिलान्यास किया था।
इनके अतिरिक्त 5 अन्य स्टेशनों फतेहनगर, कपासन, सोमेसर, जवाई बांध तथा रानी स्टेशनों का भी पुनर्विकास अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत किया जाएगा। इस प्रकार अजमेर मंडल के कुल 15 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत विकसित किया जाएगा।
अमृत भारत योजना के अन्तर्गत स्टेशनों पर लेंडस्केप के साथ सर्कुलेटिंग एरिया का विकास, अलग-अलग प्रवेश व निकास द्वार, टू-व्हीलर, फोर-व्हीलर और ऑटो रिक्शा के लिए अलग-अलग पार्किंग की सुविधा, यात्री क्षमता के अनुसार पर्याप्त क्षेत्र में प्रवेश हॉल का निर्माण, कोच इंडिकेशन बोर्ड का प्रावधान, वेटिंग रूम, स्टेशन बिल्डिंग के आंतरिक व बाहरी भाग में उत्कृष्ट साज-सज्जा, स्थानीय लोक कला से निर्माण, नए प्लेटफॉर्म शेल्टर, दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाएं, बेहतर साइनेज की सुविधा, 12 मीटर चौड़ाई के फुट ओवर ब्रिज जैसी यात्री सुविधाएं विकसित की जाएगी।