मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ पर नशा मुक्ति रैली में उमड़ा जनसैलाब


अजमेर।
समीपवर्ती सर्वधर्म धार्मिक स्थल श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ पर रविवार को नशा मुक्ति रैली में जनसैलाब उमड पडा। धाम के उपासक चम्पालाल महाराज ने सभी को नशा मुक्ति का संकल्प दिलवाया। मंदिर परिसर में चम्पालाल महाराज बाबा भैरव, मां कालिका, चक्की वाले बाबा तथा सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की पूजा अर्चना की। चक्की वाले बाबा मुख्य मंदिर पर विशेष चमत्कारी चिमटी का वितरण किया गया।

धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि चिमटी वितरण के पश्चात चम्पालाल महाराज के सान्निध्य व नसीराबाद नगर पालिका चैयरमेन अनिता मित्तल, कवंल प्रकाश किशनानी, नांदला सरपंच मानसिंह रावत तथा श्री मसाणिया भैरवधाम राजगढ चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में चक्की वाले बाबा के मंदिर से धाम तक विशालकाय रैली निकाल कर स्वेच्छा से नशा मुक्ति का संकल्प दिलवाया।

रैली में श्रद्धालुओं ने राष्ट्र और परिवार के खुशहाली की एक ही पहचान, नशा मुक्त हो हर इन्सान जैसे नारों से राजगढ़ गांव को गूंजायमान कर दिया। रैली मुख्य मंदिर से रवाना होकर सर्वधर्म मनोकामना पूर्ण स्तम्भ वाले मंदिर तक पहुंची। धाम पर आए श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए महाराज ने कहा कि आज हमारे प्रदेश ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण देश को नशा मुक्त बनाने की सख्त जरूरत है। हम सबकोे एकजुट होकर नशे का त्याग करने का संकल्प लेना होगा।

नशा विनाश का मूल कारण है। नशा ही समस्त बुराईयों की जड़ है। नशे का त्याग करना चाहिए। नशे के सेवन से दुर्घटनाओं व कैंसर जैसी बीमारियों से लोग असमय अकाल मृत्यु को प्राप्त होते हैं। नशा हमारी संस्कृति व देश के लिए बिलकुल सही नहीं है। युवा पीढ़ी के कई युवा जिनको नशे की लत लग चुकी है उनका भविष्य अंधकारमय है।

दुर्घटनाओं में अपंगता व मृत्य, समाज में गरीबी व भयंकर बीमारियों से अकाल मृत्य का मूल कारण नशा ही होता है। प्रवक्ता सेन ने बताया कि धाम पर आए हजारों श्रद्धालुओं ने चम्पालाल महाराज की प्रेरणा स्वरूप अपने दोनों हाथ उठाकर जीवन में दोबारा नशा नहीं करने का संकल्प लिया। राजगढ़ धाम पर पिछले कई दशकों से नशामुक्ति महाअभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत श्रद्धालुओं को नशा मुक्त करने हेतु प्रेरित किया जाता है।

उनसे संकल्प दिलाया जाता है तथा नशे से मुक्त किया जाता है और नशामुक्ति महाअभियान राजगढ़ भैरव धाम की पहचान बन चुका है। धाम पर हजारों की भीड़ के चलते श्रद्धालुओं को अपनी बारी के लिए घण्टों तक इन्तजार करना पड़ा जिसके बाद सभी ने बाबा भैरव, मां कालिका के दर्शन करते हुए सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा करने के पश्चात मुख्य स्थान चक्की वाले बाबा के मंदिर पर राजा रानी कल्पवृक्ष की भी परिक्रमा की।