संदीप दीक्षित से बहस के लिए जंतर-मंतर नहीं पहुंचे अरविंद केजरीवाल

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को नई दिल्ली विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार एवं पूर्व सांसद संदीप दीक्षित से बहस करने के लिए जंतर-मंतर नहीं पहुंचे।

दीक्षित ने केजरीवाल को उनकी उपलब्धियों को लेकर खुली बहस की चुनौती दी थी और कहा था कि शुक्रवार को अपराह्न दो बजे से तीन बजे तक मैं जंतर-मंतर पर आपका इंतजार करूंगा। आइए अपनी उपलब्धियों को लेकर खुली बहस कर लीजिए।

केजरीवाल के बहस के लिए जंतर-मंतर पर नहीं पहुंचने पर दीक्षित ने कहा कि केजरीवाल और भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस, सोनिया गांधी और शीला दीक्षित पर कई आरोप लगाए थे, लेकिन अब तक उनके खिलाफ कोई सबूत पेश नहीं किया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हर बार ‘अग्नि परीक्षा’ दी है और पाक-साफ साबित हुई है। उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित सरकार के समय हुई बिजली क्रांति से दिल्ली को हर साल 3,000 करोड़ रुपए का फायदा हुआ था, जिससे केजरीवाल सरकार को बिजली सब्सिडी देने की गुंजाइश मिली।

उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने झूठे दावे किए, 10,000 किलोमीटर सड़क बनाने की बात, जबकि दिल्ली सरकार के अधीन आने वाली सड़कों की कुल लंबाई सिर्फ 4,000 किमी ही है।

कांग्रेस नेता ने यमुना नदी की सफाई के मुद्दे पर भी केजरीवाल को घेरते हुए कहा कि शीला दीक्षित सरकार ने यमुना को स्वच्छ बनाने के लिए 30 संयंत्र लगाए थे, लेकिन केजरीवाल सरकार ने पिछले 10 साल में एक भी नया संयंत्र नहीं बनाया, बल्कि पुराने संयंत्र की भी हालत बिगड़ने दी।

उन्होंने झुग्गी-झोपड़ीवासियों के लिए मकानों के मुद्दे पर कहा कि वर्ष 2013 में कांग्रेस सरकार ने 70,000 मकान बनाए थे, जो झुग्गीवासियों को दिए जाने थे, लेकिन नरेला के मकान आज भी खंडहर पड़े हैं। उन्होंने सवाल किया कि आप सरकार ने पिछले 10 साल में कितने मकान बनाए?

इसी दौरान कांग्रेस उम्मीदवार ने दिल्ली की परिवहन व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि केजरीवाल ने नई बसें खरीदने का दावा किया, लेकिन सरकारी फाइलें दिखाती हैं कि एक भी बस नहीं खरीदी गई। उन्होंने दिल्लीवासियों से अपील की कि जब कोई आप नेता वोट मांगने आए, तो उनसे इन सवालों के जवाब जरूर मांगे।

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