प्रतिस्पर्धी और गैर-प्रतिस्पर्धी दोनों तरह की श्रेणियों में ले सकते हैं भाग
गुवाहाटी। ब्रह्मपुत्र वैली फिल्म फेस्टिवल के आठवां संस्करण जल्द शुरू होने जा रहा है। इस फिल्म फेस्टिवल में प्रतिस्पर्धी और गैर-प्रतिस्पर्धी श्रेणियों के लिए पूरे भारत से फिल्मों की एंट्रीज के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।
दिसंबर में शुरू होने वाले 8वें ब्रह्मपुत्र वैली फिल्म फेस्टिवल (बीवीएफएफ) के लिए देशभर के फिल्म निर्माता 31 अक्टूबर तक अपनी फिल्म की एंट्रीज़ भेज सकते हैं। तत्वा क्रिएशंस द्वारा आयोजित, बीवीएफएफ ने पूर्वोत्तर भारत में प्राकृतिक सुंदरता, विविध संस्कृतियों और असीम प्रतिभा के मनोरम मिश्रण प्रदर्शित कर खुद को सार्थक सिनेमा और रचनात्मकता के मंच के रूप में स्थापित किया है।
हाल के वर्षों में बीवीएफएफ ने एक गहरी छाप छोड़ी है। बीवीएफएफ अपने पिछले संस्करणों में प्रति फिल्म फेस्टिवल औसतन 20,000 आगंतुकों के साथ लगभग 2 लाख फिल्म प्रेमियों को आकर्षित कर चुका है। यह भारतीय फिल्म फेस्टिवल सर्किट की आधारशिला बन गया है, जिसे व्यापक रूप से उद्योग जगत के दिग्गजों द्वारा मान्यता और सर्मथन मिल रहा है।
अपने 8वें संस्करण में प्रत्योगिता श्रेणी में शॉर्ट फिल्म के अलावा फीचर फिल्म और डॉक्यूमेंट्री शामिल है। जबकि गैर-प्रतिस्पर्धा श्रेणी में फिल्म और सिनेमा से जुड़े कार्यों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसका उद्देश्य उभरती प्रतिभाओं के लिए मंच उपलब्ध कराना और सार्थक तथा रचनात्मक सिनेमा में किए गए कुछ बेहतरीन कार्यों का प्रदर्शन करना है।
हाल की वैश्विक चुनौतियों के बावजूद, बीवीएफएफ न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सार्थक फिल्म निर्माण को सम्मान और पहचान देने की अपनी एक नई सोच के साथ आया है। पहले भी यह फिल्म फेस्टिवल दुनिया भर के फिल्म प्रेमियों को इस समारोह में भाग लेने के लिए खुले दिल से आमंत्रित करता रहा है।
ब्रह्मपुत्र वैली फिल्म फेस्टिवल की फेस्टिवल डायरेक्टर तनुश्री हजारिका ने कहा कि बीवीएफएफ 7 संस्करणों का शानदार सफल आयोजन कर चुका है और हम दिसंबर 2023 में 8वें संस्करण की तैयारी करके खुश हैं। हम सार्थक सिनेमा का मंच बनने के अपनी सोच के साथ एक बार इस भव्य फेस्टिवल के साथ आ रहे हैं। पूर्वोत्तर भारत का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले गुवाहाटी में आयोजित होने वाले बीवीएफएफ का उद्देश्य पूरे भारत में फिल्म निर्माताओं और फिल्म प्रतिभाओं को एक साथ लाने का एक मंच बनना है।
बीवीएफएफ सिर्फ फिल्मों तक सीमित नहीं है बल्कि यह रचनात्मकता और नेटवर्किंग के लिए भी एक बेहतरीन मंच है। यहां आने वाले लोग आकर्षक कार्यशालाओं, क्विज़ और महत्वपूर्ण पैनल चर्चाओं में शामिल हो सकते है और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिनेमाजगत की मशहूर हस्तियों के साथ जुड़ने और संपर्क स्थापित करने के अवसर का लाभ उठा सकते हैं।
पहले फिल्म फेस्टिवल से प्रभावित होकर अभिनेता बोमन ईरानी ने कहा था कि वह इस फिल्म फेस्टिवल में दोबारा शामिल होना चाहते हैं। 2018 संस्करण के बारे में उन्होंने कहा था “छोटी-छोटी बातों पर गहराई से ध्यान देने वाले, शानदार दर्शक। काश मैं बीवीएफएफ में भाग लेने के लिए बार-बार आ पाता।
फिल्म निर्माता इम्तियाज अली ने भी इस फिल्म फेस्टिवल की सराहना की थी। उन्होंने कहा था कि फिल्मों का चयन करने और सही फिल्म निर्माताओं ढूढने के लिए आपके प्रयास की वजह से उन्हें अपना काम दिखाने का एक बड़ा अवसर और मंच मिलता है। यही कारण है कि सात वर्षों से बीवीएफएफ सफलतापूर्वक चल रहा है।
फरहान अख्तर (2014), प्रकाश झा (2016), राजकुमार हिरानी (2015), गौरी शिंदे (2017), निकोलस खरकोंगोर (2019), रीमा कागती (2016), शकुन बत्रा (2018), पाओली डैम (2019), शोभिता धूलिपाला (2019), शिलादित्य बोरा (2019) सहित कई अन्य मशहूर हस्तियां इस फिल्म फेस्टिवल में भाग ले चुकी हैं और सभी ने फेस्टिवल के आयोजक और जुड़े लोगों की जमकर प्रशंसा की है।