लंदन। मशहूर दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका ने पहली बार अदालती दस्तावेजों में स्वीकार किया है कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन से दुर्लभ टीटीएस सिंड्रोम जैसे दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जो जानलेवा है।
ब्रिटिश अखबार द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने गत फरवरी में ब्रिटेन के उच्च न्यायालय में वैक्सीन के साइड इफेक्ट की बात स्वीकार की है। कंपनी ने माना है कि कोविशील्ड और वैक्सजेवरिया नामों के तहत बेची जाने वाली वैक्सीन बहुत ही बिरले मामलों में दुर्लभ दुष्प्रभाव का कारण बन सकती है।
गौरतलब है कि कंपनी एक मुकदमे का सामना कर रही है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उसके टीके को लगवाने वालों की मौत हुई और गंभीर दुष्प्रभाव देखने को मिले हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दो बच्चों के पिता जेमी स्कॉट ने पिछले साल कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। उन्होंने खून का थक्का जमने की शिकायत की थी, जिससे वे काम करने में असमर्थ हो गए थे। कथित तौर पर अप्रैल 2021 में वैक्सीन लेने के बाद उनके मस्तिष्क में विकार उत्पन्न हो गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटिश उच्च न्यायालय में वैक्सीन के साइड इफेक्ट के 51 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें पीड़ितों और परिजनों ने 10 करोड़ पाउंड (लगभग 1000 करोड़ रुपये) तक के अनुमानित हर्जाने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि कंपनी ने पहले वैक्सीन के चलते टीटीएस की संभावना से इनकार किया था। कंपनी ने मई 2023 में कहा था कि वह नहीं मानती है कि टीटीएस सिंड्रोम वैक्सीन के कारण होता है। अब कंपनी ने फरवरी में उच्च न्यायालय में पेश किए गए कानूनी दस्तावेजों में ने कहा कि यह माना जाता है कि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन बहुत दु्र्लभ मामलों में टीटीएस का कारण बन सकती है। इसके होने की वजह ज्ञात नहीं है।