काठमांडू। नेपाल में लगातार मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या सोमवार सुबह 192 हो गई।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ऋषिराम तिवारी ने बताया कि विनाशकारी आपदाओं में 30 लोग लापता हैं और 194 अन्य घायल हैं। उन्होंने शिन्हुआ को बताया कि अब तक 4,500 से अधिक प्रभावित लोगों को बचाया गया है। सुरक्षा बल अभी भी अपने बचाव अभियान जारी रखे हुए हैं।
श्री तिवारी ने बताया कि घायलों को मुफ्त उपचार मिल रहा है तथा सरकार ने शुक्रवार और शनिवार को लगातार बारिश के कारण आई आपदाओं में विस्थापित लोगों को भोजन सहित राहत सामग्री का वितरण तेज कर दिया है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 1,327 घर नष्ट हो गए हैं और नेपाल भर में 19 प्रमुख राजमार्गों के विभिन्न हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। अवरुद्ध राजमार्गों को साफ करने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
काठमांडू पोस्ट ने बताया कि भारी बारिश के कारण 60 लोग घायल हो गए हैं जबकि नेपाल पुलिस, सशस्त्र पुलिस बल और नेपाली सेना की टीमों ने 3,661 से अधिक लोगों को बचाया है।
उन्होंने बताया कि जानमाल के नुकसान के अलावा बुनियादी ढांचे को भी व्यापक नुकसान हुआ है। 322 से ज़्यादा घर नष्ट हो गए हैं और 16 पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिससे महत्वपूर्ण परिवहन मार्ग कट गए हैं। अकेले धाधिंग के जियापल खोला इलाके में भूस्खलन में चार यात्री बसें दबने के बाद 35 शव बरामद किए गए।
हेलीकॉप्टर से लोगों को निकालने सहित बचाव अभियान जारी है। अधिकारी लापता लोगों का पता लगाने और आपदा से प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं।