हैदराबाद। तेलंगाना के औषधि नियंत्रण प्रशासन (डीसीए) ने पेद्दापल्ली में एक मेडिकल स्टोर से मासिक धर्म प्रवाह के विकारों के इलाज का भ्रामक दावा कर प्रचारित की जा रही आयुर्वेदिक दवा मेनसेट फोर्टे सिरप के स्टॉक को जब्त कर लिया है।
डीसीए ने शुक्रवार को एक बयान में बताया कि इसके लेबल पर उत्पाद के दावे ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडीज़ (आपत्तिजनक विज्ञापन) अधिनियम, 1954 का उल्लंघन करते हैं। यह अधिनियम विशिष्ट बीमारियों और विकारों के इलाज के लिए दवाओं के विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाता है।
डीसीए अधिकारियों ने गुरुवार को एक छापे के दौरान पाया कि हरिद्वार में ओनस ज़ेनेका द्वारा निर्मित और ज़ेनेका फार्मास्यूटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विपणन किए गए मेनसेट फोर्टे सिरप को अनियमित मासिक धर्म, रजोनिवृत्ति सिंड्रोम और एमेनोरिया (मासिक धर्म की अनुपस्थिति) के इलाज के रूप में विज्ञापित किया जा रहा था।
विज्ञापन 1954 अधिनियम का उल्लंघन करता है, जो कुछ बीमारियों और विकारों के इलाज का दावा करने वाली दवाओं के विज्ञापनों के प्रकाशन पर सख्ती से प्रतिबंध लगाता है।