मुंबई। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में शुक्रवार को और पांच लोगों को गिरफ्तार किया जिसके साथ ही सनसनीखेज मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या नौ हो गई।
एक अधिकारी ने बताया कि विशेष सूचना के आधार पर अपराध शाखा ने पड़ोसी रायगढ़ जिले के पनवेल और कर्जत में छापेमारी की तथा इन पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों में डोंबिवली से नितिन सप्रे (32), अंबरनाथ से राम कनौजिया (44), पनवेल से संभाजी किसन पारधी (43), अंबरनाथ से प्रदीप थोम्ब्रे (37) और अंबरनाथ से चेतन पारधी (27) शामिल हैं। इन सभी को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 25 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
संयुक्त पुलिस आयुक्त लक्ष्मी गौतम ने बताया कि नितिन सप्रे मुख्य साजिशकर्ता के संपर्क में था और उसने हथियार मुहैया कराए थे। इसके अलावा कुछ वित्तीय लेन-देन भी किए गए और उसने आरोपियों को तीन पिस्तौलें भी मुहैया कराई थी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोग लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के संपर्क में भी थे, जिस पर सिद्दीकी की हत्या का आरोप है।
पुलिस ने अदालत में रिमांड आवेदन पेश करते हुए पुलिस ने कहा कि ये आरोपी राकांपा नेता की हत्या की साजिश में शामिल थे। पुलिस ने अदालत को यह भी बताया गया कि अन्य गिरफ्तार आरोपियों के साथ जांच के दौरान इन पांचों आरोपियों की भूमिका स्थापित हुई और उनके मोबाइल नंबर मुख्य आरोपी के मोबाइल में पाए गए हैं।
वहीं पांचों आरोपियों की ओर से पेश हुईं शीला गुप्ता ने उन्हें पुलिस हिरासत में भेजने का विरोध किया और पुलिस द्वारा लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया।
उन्होंने जोर दिया कि आरोपी मजदूर हैं और उन्हें संदिग्ध आधार पर गिरफ्तार किया गया है, इसलिए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा जाना चाहिए। अदालत ने उनकी याचिका खारिज कर दी और पांचों आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेज दिया।