संस्कारों के अभाव में नष्ट हो जाती है नस्ल : बागेश्वर पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री

सिरसा। बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि बारिश के अभाव में फसल खराब हो जाती है और संस्कारों के अभाव में नस्ल नष्ट हो जाती है। उन्होंने कहा कि भक्ति के मार्ग में अवरोधक बहुत आते हैं, लेकिन भक्ति की प्राप्ति के बाद सभी अवरोधक मिट जाते हैं।

भक्त बनकर न केवल भगवद प्राप्ति होती है, साथ ही साधारण मानव या जीव महान बन जाता है। उन्होंने शबरी और काग भसूंडी जी का उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे भगवान की भक्ति से यह महान बन गए। उन्होंने महर्षि वाल्मिकी जी का भी जिक्र करते हुए कहा कि उल्टा नाम जपकर वाल्मिकी जी महान बन गए।

हनुमंत चरित्र की चर्चा को आगे बढ़ाते हुए श्री तारकेश्वर धाम बाबा तारा कुटिया में श्री हनुमंत कथा की सुंदर व्यवस्था की सराहना बागेश्वर बाबा ने की। उन्होंने आयोजन के लिए एक बार फिर श्री बाबा तारा चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रधान गोपाल कांडा और मुख्य सेवक गोबिंद कांडा की सराहना की।

श्री सालासर धाम मंदिर एवं श्रीराम नाम प्रभात फेरी चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित श्री हनुमंत कथा में आस्था का सैलाब उमड़ता हुआ नजर आया। बड़ी संख्या में लोगों ने श्री बाबा तारा कुटिया में इस धार्मिक आयोजन में अपनी श्रद्धा की हाजिरी लगाई।

श्री बागेश्वर सरकार के नाम से प्रसिद्ध पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि विनम्र होना सर्वाेपरी गुण है। जो अपने बल पर जीता है वो कुछ नहीं कर पाता। जो प्रभु के बल पर जीएगा वो सब कुछ कर पाएगा। उन्होंने कहा कि जामवंत जी ने श्री हनुमान जी महाराज के चरित्र को प्रभु श्री राम के सम्मुख सुनाया था। जब राम कथा होती है तब उसमें हनुमान आते हैं।

पंडित शास्त्री ने कथा के दौरान कई सुंदर भजन प्रस्तुत किए। साथ ही कहा कि एक ही प्रभु के चरण पकड़ने चाहिएं। उन्होंने कहा कि एक के साधे सब सधे, अनेक के साधे न सधे कोए। पंडित शास्त्री ने भगवान भोलेनाथ के सुंदर भजन गाया। यही वो तंत्र है, यही वो मंत्र है बम भोले-बम भोले। इस पर बड़ी संख्या में उमड़े श्रद्धालू झूमने लगे।

उन्होंने कथा के दौरान प्रश्नोत्तरी दरबार भी लगाया। जिसमें विशेष रूप से श्रद्धालुओं ने अपने प्रश्न और जिज्ञासाएं उनके समक्ष रखीं जिनका समाधान पंडित शास्त्री ने किया। उन्होंने धर्म, अध्यात्म, जीवन, व्यक्तित्व, व्यक्ति निर्माण और अनेक विषयों पर खुलकर अपने अनूठे अंदाज में सभी सवालों के जवाब दिए।

पंडित शास्त्री ने कहा कि संस्कार और संस्कृति से बंधे रहना जरूरी है। इससे विमुख होकर व्यक्ति कामयाबी की राह नहीं पकड़ सकता। इस अवसर पर श्री हनुमान महाराज की दिव्य आरती हुई। साथ-साथ बाबा तारा की आरती भी भक्तों ने दी।

कथा में श्री बाबा तारा चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रधान गोपाल कांडा, मुख्य सेवक गोबिंद कांडा, इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला की धर्मपत्नी कांता चौटाला, उनके पुत्र अर्जुन चौटाला, पूर्व सांसद अशोक तंवर, उनकी पत्नी अवंतिका तंवर, हिसार के चौधरीवास स्थित श्री पंचमुखी बाला जी धाम के प्रमुख सेवक पवन जोशी सहित अनेक लोगों ने व्यास पीठ पर शीश नवाया और पंडित शास्त्री से आशीर्वाद लिया।