नसीराबाद/बाघसूरी। नसीराबाद के समीपवर्ती गांव बाघसूरी में लामडीनाडी में हुए खान हादसे के मृतक काका व भतीजे की अर्थी मंगलवार को एक साथ उठी। गमगीन माहौल में एक ही चिता पर दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया।
लामडीनाडी निवासी लक्ष्मण सिंह उर्फ बन्ना सिंह रावत व सुरेन्द्र सिंह रावत सोमवार शाम बाघसूरी के देवरी माता चारागाह भूमि के पास हिंगलाज सिंह चारण की लीजशुदा खान पर क्रेन खोलते समय संतुलन बिगड़ने से खान में गिर गए थे।
समीप ही काम कर रहे श्रमिकों ने दोनों युवकों को गंभीर हालत में निकाला तथा नसीराबाद के राजकीय सामान्य चिकित्सालय ले जाया गया। उपचार के दौरान दोनों युवकों ने दम तोड दिया। मंगलवार को पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिए।
परिजनों ने गमगीन माहौल में लामडीनाडी स्थित श्मशान भूमि पर दोनों युवक काका-भतीजे की एक साथ अर्थी उठी तथा एक ही चिता पर दोनों का मंगलवार दोपहर अंतिम संस्कार किया गया।
सुरेन्द्र की मां व पत्नी का रो रो कर बुरा हाल
लामडीनाडी में मृतक सुरेन्द्र सिंह रावत की पत्नी माया मां धापू देवी सहित नन्हे बेटे व बेटियों सहित बहन व भाईयों का सोमवार शाम से ही रो रो कर बुरा हाल हो गया। ऐसा ही हाल लक्ष्मण सिंह रावत के परिजनों का था। गांव में हुई इतने बड़े हादसे के चलते घरों में चूल्हे नहीं जले तथा सन्नाटा पसरा रहा वहीं मातम छाया रहा।
रावत समुदाय के लोगों ने की आर्थिक मदद की मांग
लामडीनाडी में हुए हादसे पर ग्रामीणों सहित रावत समुदाय के लोगों ने प्रशासन से दोनों मृतकों को पर्याप्त मात्रा में मुआवजा राशि दिलाने की मांग की है। इससे पहले नसीराबाद मोर्चरी में नसीराबाद तहसीलदार हितेश कुमार चौधरी, सदर पुलिस थाना प्रभारी प्रभाती लाल मीणा आदि प्रशासनिक अधिकारियों ने मृतकों के परिजनों से बातचीत की।