अलवर। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा है कि जनता द्वारा चुनकर आने वाले विधायकों को कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की सरकार तोड़कर लोकतंत्र को खत्म कर रही है।
मायावती ने बुधवार को अलवर में बसपा के राजस्थान में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अभी हाल में ही राजस्थान में बसपा के चुने हुए दो विधायक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट में चले गए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर तोड़फोड़ की गई है, और यह तोड़फोड़ अब बंद की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद इसके लिए एक कानून बनाया जाएगा और चाहे एक विधायक हो चाहे, एक सांसद हो, जो भी अपनी मूल पार्टी से दूसरी पार्टी में जाएगा उसकी सदस्यता समाप्त की जाएगी। उन्होंने कहा कि जब भी बसपा सरकार में आएगी तो दल-बदल कानून को बदल जाएगा। इस तोड़फोड़ से लोकतंत्र की जड़ें कभी भी मजबूत नहीं होगी।
मायावती ने कहा कि इन चुनाव में कांग्रेस और बसपा के विरोध के कारण अकेले ही चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया। बहुजन समाज पार्टी गरीब, मजदूर, पिछड़े वर्ग, मुसलमानों के बलबूते पर यह चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की नीतियों के कारण आज देश में गरीब, मजदूर, पिछड़ा और मुस्लिम वर्ग खुश नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार इस घमंड में न रहे कि केंद्र में उनकी आसानी से वापसी होगी। उन्होंने कहा कि न तो इस बार ईवीएम गड़बड़ी का काम चलेगा और न ही जुमलेबाजी और मोदी की गारंटी से काम चलने वाला नहीं हैं। देश के गरीब, मध्यम वर्ग एवं अन्य वर्ग को अच्छे दिन दिखाने का झांसा दिया गया लेकिन यह सब बातें झूठी साबित हुईं और यह सभी गारंटी कागजी गारंटी होकर रह गई।
मायावती ने कहा कि भाजपा ने जो घोषणाएं की थीं, उसका एक चौथाई कार्य नहीं हुआ। उनकी सरकारों ने पूंजीपतियों को मालामाल किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी बसपा की चार बार सरकार रही। हर स्तर पर सभी वर्ग का ध्यान रखा गया। किसानों की फसलों का उचित दाम दिया गया। खेती के लिए सुविधाएं दी गईं, लेकिन बहुजन समाज पार्टी की सरकार जाने के बाद अब सारे वर्ग परेशान हैं।