नसीराबाद। नसीराबाद तहसील के बनेवडा गांव में लगातार 4 साल से विभिन्न समस्याओं को लेकर बनेवडा संघर्ष समिति बार-बार प्रशासन, स्थानीय अधिकारियों से शिकायत कर तंग आ चुकी है। बीते 4 साल में सिवाय आश्वासन के ग्रामीणों को कुछ हासिल नहीं हुआ।
समिति के सदस्य जितेंद्र सिंह राठौड़ ने एक बयान जारी कर बताया कि प्रशासन व अधिकारियों की नाकामियों को देखते हुए बनेवड़ा संघर्ष समिति सदस्यों की ओर से 30 नवंबर तक समस्याओं के निदान पर कार्रवाई शुरू करने का आग्रह भी अनसुना कर दिया गया। अब बनेवडा वासियों के पास बांघसुरी पंचायत समिति मुख्यालय पर ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ धरने पर बैठेंगे के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।
समिति सदस्यों का कहना है कि साल 2020 में पंचायत गठन के साथ ही संघर्ष समिति के सदस्य लगातार ग्राम में व्याप्त समस्याओं के निराकण तथा विकास कार्य काए जाने की लगातार मांग कर रहे हैं। विशेषकर बनेवडा पटवार घर, आंगनवाड़ी भवन, चबूतरा रोड पुलिया की मरमत। इसी तरह रावत गुर्जर शमशान ब्लॉक रोड, रावत मोहल्ले में नाली निर्माण, राजपूत शमशान की चार दिवारी, आंगनवाड़ी से तबारा रेला तक सड़क दुरुस्त जैसे आवश्यक जनहित के काम अटके हुए हैं।
साल 2021 से मकान के पट्टों के ग्रामीण चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई फारियाद सुनने वाला नहीं है। चार साल से संघर्ष समिति सदस्य इन समस्याओं को लेकर प्रशासन की चौखट तक पहुंचकर निवेदन कर चुके हैं, लेकिन आज तक सुनवाई नही हुई।
विकास अधिकारी के खिलाफ 181 पर भी शिकायत दर्ज करराई गई लेकिन अभी तक उसका कोई निस्तारण नहीं किया गया। सूचना के अधिकार के तहत जवाब मांगने पर विकास अधिकारी गोल-गोल जवाब बनाकर भेज देते हैं। समिति सदस्यों ने कहा कि अगर कार्य नहीं हुआ तो विकास अधिकारी के खिलाफ मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे तथा जयपुर में धरना भी दिया जाएगा।