ढाका। बंगलादेश में हिंदू समुदाय पर एक और लक्षित हमले में हुए हैं। सुनामगंज जिले के दोवाराबाजार इलाके में भीड़ ने मंगलवार को हिंदुओं की कई दुकानों और घरों को लूट लिया और तोड़फोड़ की। कथित तौर पर एक स्थानीय हिंदू युवक द्वारा फेसबुक पर की गई आपत्तिजनक पोस्ट के बाद यह हमला हुआ।
हमले शाम से आधी रात के बीच हुए। बिजनेस स्टैंडर्ड बांग्लादेश की रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश की सेना ने 2:30 बजे तक स्थिति पर नियंत्रण पा लिया। दोवाराबाजार के थाना प्रभारी जहीदुल हक ने कहा कि पोस्ट करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि हम हमलावरों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर कोई शिकायत दर्ज की जाती है, तो हम कानूनी कार्रवाई करेंगे।
स्थानीय लोगों ने कहा कि कथित आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट को लेकर एक समूह ने जुलूस निकाला और इस दौरान उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के घरों और दुकानों पर हमला किया। वहीं, अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के नेताओं ने कहा कि उनके कई घरों और दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई। बांग्लादेश की सरकार ने इस घटना को कमतर आंका है।
दोवाराबाजार लोकनाथ मंदिर प्रबंधन समिति के महासचिव खोकन रॉय ने कहा कि मंगलवार रात गांव के कम से कम 30 घरों में तोड़फोड़ की गई। इसके बाद हमलावरों ने स्थानीय रसोई बाजार क्षेत्र में जुलूस निकाला और 100 से अधिक दुकानों में तोड़फोड़ की। उन्होंने 4-5 स्वर्ण दुकानों में भी लूटपाट की।
उन्होंने कहा कि हमलावरों ने लोकनाथ मंदिर में तोड़फोड़ की, जिससे 20 लाख टका (16,725.57 डॉलर) तक का नुकसान हुआ। खोकन ने आरोप लगाया कि स्थानीय बंगलादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के नेता गौर दास के घर और पारिवारिक मंदिर पर हमला किया गया। स्थानीय प्रशासन ने हालांकि इस घटना को कमतर आंकते हुए अतिरंजित आंकड़ों का दावा किया और कहा कि हमला बड़ा नहीं था और केवल कुछ प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचा है।
दोवाराबाजार उपजिला निर्वाही अधिकारी (यूएनओ) मेहर निगार टोनू ने कहा कि कुछ घरों पर हमला किया गया और तोड़फोड़ की गई, लेकिन हमें अभी तक यह पुष्टि नहीं हुई है कि कितने घरों पर हमला किया गया। स्थिति अब नियंत्रण में है। सुनामगंज के उपायुक्त मोहम्मद इलियास मिया ने कहा कि कुछ भी बड़ा नहीं हुआ। एक निहित स्वार्थी वर्ग जानबूझकर घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने की कोशिश कर रहा है। यह इलाका अब स्थानीय प्रशासन के नियंत्रण में है।
गौरतलब है कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सेना समर्थित अंतरिम सरकार के तहत हिंदू समुदाय पर हमलों में काफी वृद्धि देखने को मिली है। भीड़ द्वारा हिंसा और बर्बरता की कई घटनाएं सामने आई हैं, और कानून प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा अपराधियों के खिलाफ काफी हद तक उदासीन प्रतिक्रिया दी गई है। भारत ने बांग्लादेश की सरकार से हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों और उनकी संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया है।