ढाका। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करेगी, जो पिछले महीने अवामी लीग शासन के पतन के बाद देश छोड़कर भारत चली गई हैं। देश के कानून सलाहकार आसिफ नजरुल ने यह जानकारी दी।
बांग्लादेश के प्रमुख मीडिया आउटलेट ‘द डेली स्टार’ के अनुसार अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण के लिए अभियोजकों की भर्ती पहले ही कर ली गई है और अधिकारियों ने छात्र प्रदर्शन के दौरान मानवता के खिलाफ अपराध के आरोपियों पर मुक़दमे में स्पष्ट प्रगति कर ली है। नजरुल ने गुरुवार को कहा कि जल्द ही मुकदमे की प्रक्रिया शुरू होगी और फिर हम भारत से पूर्व प्रधानमंत्री के प्रत्यर्पण की मांग करेंगे।
गौरतलब है कि हिंसक छात्र विद्रोह के कारण अपनी सरकार गिरने के बाद हसीना ने पांच अगस्त को इस्तीफा दे दिया और भारत चली गईं। वह अपनी पूर्ववर्ती सरकार के कई मंत्रियों और अवामी लीग के वरिष्ठ नेताओं के साथ जुलाई-अगस्त की अशांति के दौरान हुई माैतों को लेकर हत्या के आरोपों का सामना कर रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र की एक तथ्यान्वेषी टीम ने भी एक जुलाई से 15 अगस्त के बीच हुए सभी मानवाधिकार हनन के मामलों की जांच के लिए बांग्लादेश में अभियान शुरू कर दिया है।