बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के धनोरा वन परिक्षेत्र के वन ग्राम में मां के पास सो रहे 8 वर्षीय बालक को तेंदुआ उठा कर ले गया। आज उसके शव का आधा हिस्सा मिला है। इसके पहले एक सात वर्षीय बालिका को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था।
सेंधवा के डीएफओ आई एस गडरिया ने क्षेत्र से लौट कर बताया कि गुरुवार रात धनोरा रेंज के कंपार्टमेंट नंबर 637 में स्थित वन ग्राम नावनी (रामगढ़ी) में तेंदुए ने आदिवासी किसान झिनिया की झोपड़ी में प्रवेश किया। उसने वहां मां के साथ सो रहे चार बच्चों में से एक शिवराज (8) को उठाया और ले जाने लगा। इसी बीच मां जाग गई और उसने शोर मचाया। उन्होंने बताया कि इस वनग्राम के लोगों को वन अधिकार अधिनियम के तहत पट्टे मिले हैं, इसलिए आबादी दूर-दूर तक फैली हुई है।
उन्होंने बताया कि एकत्रित होकर ग्रामीण जब तक तेंदुए का पीछा करते, वह बच्चे को उठाकर ले जा चुका था। रात को उन्होंने ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन बच्चा नहीं मिला। उन्होंने बताया कि आज सुबह पुलिस और वन विभाग के दल को जानकारी मिली और उन्होंने घटना की जांच आरंभ की। बालक शिवराज का बिना धड़ का शव घर से करीब 400 मीटर दूर मिला। साथ ही क्षेत्र में तेंदुए के पग मार्ग भी मिले। इससे स्पष्ट हो गया कि बालक को ले जाने वाला वन्य प्राणी लकड़बग्घा नहीं बल्कि तेंदुआ है।
उन्होंने बताया कि तेंदुए ने बालक के आधे शरीर को खा लिया, लेकिन उसकी खोपड़ी का पता नहीं चल सका है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में पिंजरा स्थापित कर ग्रामीणों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। वन विभाग नियमानुसार केस बनाकर आदिवासी परिवार को सहायता राशि का भुगतान कर रहा है।