नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने कर्नाटक के विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें बार-बार अनुशासनहीनता करने, पार्टी के निर्देशों की अवहेलना करने और पार्टी के आधिकारिक रुख के विपरीत सार्वजनिक बयान देने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
भाजपा की केंद्रीय अनुशासन समिति द्वारा एक दिसंबर को जारी किए गए नोटिस में कई चेतावनियों के बावजूद यतनाल द्वारा राज्य नेतृत्व की निरंतर आलोचना और पार्टी मानदंडों के प्रति उनकी उपेक्षा का जिक्र किया गया है। समिति ने रेखांकित किया कि विधायक की ओर से अच्छे आचरण के पिछले आश्वासन के बावजूद वह अपने क्रियाकलापों पर अंकुश लगाने में विफल रहे और लगातार उल्लंघन कर रहे हैं।
समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक ने यतनाल के व्यवहार को भाजपा के नियमों के अनुच्छेद 25 के तहत पार्टी अनुशासन का गंभीर उल्लंघन बताया। नोटिस में पार्टी नेताओं के खिलाफ उनके झूठे और परोक्ष आरोपों और राजनीतिक और सार्वजनिक महत्व के मामलों पर लगातार सार्वजनिक अवज्ञा का हवाला दिया गया।
नोटिस में कहा गया है कि आपकी वरिष्ठता और पार्टी के साथ लंबे समय से जुड़ाव को देखते हुए दी गई नरमी के बावजूद, आपके बार-बार उल्लंघन हमें स्पष्टीकरण मांगने के लिए मजबूर करते हैं।
नोटिस का जवाब देने के लिए यतनाल को 10 दिन का समय दिया गया है। पार्टी ने आगाह किया कि संतोषजनक स्पष्टीकरण देने में विफलता के परिणामस्वरूप आगे अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।