अजमेर। बिस्मिल्लाह खां युवा अवार्डी प्रियदर्शिनी मिश्रा की ओर से परिकल्पित जयपुर के चर्चित टॉक शो बतियन की गली ए सिप ऑफ आर्ट के तीसरे संस्करण का शो पंचशील नगर अजमेर में हुआ। शो में अजमेर केे जाने-माने नाट्य लेखक-निर्देशक, सिंधी साहित्यकार और कला संवर्धक डॉ. सुरेश बबलानी के कृतित्व पर चर्चा की गई।
संस्कार भारती अजयमेरू के प्रचार प्रसार प्रभारी महेंद्र जैन मित्तल के अनुसार डॉ बबलानी 35 से अधिक नाटकों, एकांकी निबंध, आलेखों का लेखन, अनुवाद व संपादन कर चुके हैं। गलीचे के टुकड़े, जज्बों इनके एकांकी संकलन तथा विभाजन की कहानीयां, नारेल आपके कहानी संग्रह हैं जो कि साहित्य जगत में काफी पसंद किए जाते रहे हैं।
बबलानी को 6 सालों तक लगातार सिंधी अकादमी का अखिल भारतीय स्तर का एकांकी लेखन पुरस्कार भी मिल चुका है। संयोजक डॉ. कपिल शर्मा ने बताया कि बतियन की गली प्रियदर्शिनी मिश्रा द्वारा आकल्पित एक ऐसा शो है जो यू ट्यूब पर देखा जा सकता हैं।
इस शो में अभी तक देश की अनेक नामचीन हस्तियों के कृतित्व पर चर्चा के में उदयपुर से जाने-माने रंगकर्मी भानु भारती और जयपुर से जाने-माने शायर लोकेश कुमार सिंह ‘साहिल’ और प्रदेश में महेन्द्र कपूर की आवाज़ कहे जाने वाले गायक संजय रायजादा के कृतित्व पर भी शो आयोजित किया। इस सीरीज में काव्य, नाट्य प्रस्तुति, किस्सागोई, स्टोरी टेलिंग, लाइव पेंटिंग, संगीत, नृत्य, स्कल्पचर के साथ टॉक शोज़ भी होते हैं।
संस्कार भारती अजयमेरु महामंत्री कृष्ण गोपाल पाराशर के अनुसार ग्रेमी अवार्ड विजेता पद्मभूषण पं. विश्व मोहन भट्ट, शिक्षाविद् बसंत जेटली, कला समीक्षक सर्वेश भट्ट, आकाशवाणी की कार्यक्रम निदेशक रेशमा खान और पर्यावरणविद् नीता उपाध्याय इसके संरक्षक हैं जिनके मार्गदर्शन और सहयोग से ये शो आयोजित किया जाता है। कार्यक्रम की शुरुआत बनवारी लाल शर्मा, लोकनृत्य कलाकार अशोक शर्मा, संजय सेठी व अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर की।
इस अवसर पर डॉ तिलकराज व सुनील ने डॉ सुरेश बबलानी को शॉल व स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। ज्योत्सना जैन, सुमन राजेश वैष्णव, प्रभा गुप्ता, कंचन, ललित सिरनानी आदि मौजूद दर्शक कई बार चर्चा सुन तालियां बजाने पर मजबूर हो गए। अंत में योगबाला वैष्णव ने आभार प्रकट किया।