अजमेर। विद्यासागर तपोवन में आज मुनि सदभ सागर महाराज ने कहा कि सरल बनो कठिन राह को मत चुनो। मन में कपट को धारण मत करो। सरल व्यक्ति की राह भले कठिन हो लेकिन अंत अच्छा होता है। आर्जव धर्म को अंगीकार करने की आवश्यकता है। मुनि ने कहा कि कभी भी धोखा नहीं देना चाहिए, धोखा देने वाले स्वयं भी धोखा खाते हैं।
आज के विधान के मुख्य इंद्र सरस्वती प्रदीप पाटनी बने। अभिषेक एवं शांति धारा के पश्चात विधान पर श्रीफल अर्पित किए गए। विधान पूजन में सुनील जैन होकरा, विपिन चांदीवाल, सुनील पालीवाल, मटरू माल शाह आदि उपस्थित थे।
रानी चेलना कि जिन धर्म भक्ति नाटिका का सफल मंचन
विद्यासागर तपोवन मे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत रानी चेलना की जिन धर्म भक्ति पर आधारित नाटिका का सफल मंचन किया गया। जिसमें रानीचेलना ने राजा श्रेणीक का अभिमान ध्वस्त किया। नाटिका में प्रिया पाटनी, अनु कल, प्रगति जैन, रजनी जैन सहित कई कलाकारों ने भूमिका निभाई। प्रियांशी गंगवाल ने एंकर की भूमिका अदा की। उत्तम शौच धर्म की पूजन 22 सितंबर को प्रातः काल विद्यासागर तपोवन में होगी और धार्मिक नाटकों में शाम को सोनी नगर महिला मंडल भव्य नाटिका पेश करेगा।