अजमेर। भारत विकास परिषद अजमेर मुख्य शाखा की ओर से विश्व प्राकृतिक धरोहर दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। राजकीय संग्रहालय अजमेर में स्कूली छात्र छात्राओं को प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक धरोहर के बारे में जानकारी दी तथा जल संरक्षण के महत्व को बताया।
इस अवसर पर इतिहास संकलन समिति के सचिव हरीश बेरी ने कहा कि दुनियाभर में प्राकृतिक और सांस्कृतिक कई स्थल हैं जिसमें उस देश की संस्कृति और अतीत के सबूत समाहित हैं। इन्हीं स्थलों को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित करके उनके संरक्षण के लिए कार्य किया जाता है।
भारत ऐसी ऐतिहासिक, प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासतों से समृद्ध है। इन धरोहर या विरासतों के संरक्षण, उनके महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए मिलकर विश्व धरोहर दिवस मनाया जाता है।
इस अवसर पर परिषद के क्षेत्रीय संयोजक पर्यावरण दिलीप पारीक ने कहा कि प्राकृतिक धरोहर की रक्षा कर पर्यावरण का संतुलन बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक विरासत के स्थानों पर जल संरक्षण के पारंपरिक तरीकों का अनुसरण करने की महती आवश्यकता है। भाविप की ओर से पर्यावरण चेतना का अभियान चलाया जा रहा है।
इतिहासविद जितेंद्र मारोठिया ने कहा कि अकबर की सेना और महाराणा प्रताप के बीच हुए हल्दीघाटी युद्ध की योजना अजमेर के किले में ही बनाई गई थी तथा जहांगीर नें यहीं इस्ट इंडिया कंपनी को भारत में व्यापार करने की अनुमति दे थी।
शाखा अध्यक्ष कृष्ण गोपाल गोयल ने आगंतुकों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन सुरेश गोयल ने किया। वृत अधीक्षक नीरज कुमार त्रिपाठी का विशेष सहयोग रहा तथा संतोषी मीणा ने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में प्रांतीय उपाध्यक्ष राधेश्याम अग्रवाल, रमेश जाजू, गोविंद गर्ग, हितेश मंगरोला, संजय गुप्ता, वीडी शर्मा, आशा गोयल, संतोष जाजू, स्नेह लता गर्ग, बरखा बेरी तथा एडवोकेट जिज्ञासा पारीक की सहभागिता रही।
रेलवे अजमेर मण्डल पर मनाया विश्व विरासत दिवस
वर्ल्ड हेरिटेज डे अर्थात विश्व विरासत दिवस पर अजमेर मण्डल पर रेल विरासत का परिचय कराने के लिए अजमेर स्टेशन पर डिजिटल डिस्प्ले किया गया और पोस्टर, बैनर लगाए गए। इस वर्ष विश्व विरासत दिवस समारोह की थीम (विषय) आपदा एवं संघर्ष प्रतिरोधी विरासत-विरासत की सुरक्षा के संबंध में कार्यवाही है। विश्व विरासत दिवस की पूर्व संध्या पर अजमेर मंडल के डीआरएम ऑफिस को सजाया गया और रेलवे की समृद्ध विरासत के बारे में अधिक जागरूकता फैलाने के लिए अजमेर के रेल संग्रहालय को स्कूली बच्चों और आम जनता के लिए बिना शुल्क लिए प्रवेश खुला रखा गया। अजमेर रेलवे वर्कशॉप में भी हेरिटेज साधनों, हेरिटेज गैलरी को सजाकर हेरिटेज दिवस मनाया गया। वर्कशॉप में सेमिनार, सम्मेलन और व्याख्यान आदि का भी आयोजन किया गया।