अजमेर। भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान की ओर से राज्य स्तरीय मातृ शक्ति सम्मेलन आगामी 2 व 3 मार्च 2024 को हरी शेवा सनातन उदासीन आश्रम भीलवाडा में आयोजित किया जाएगा। उक्त निर्णय प्रदेश स्तरीय कोर कमेटी की बैठक में प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी की अध्यक्षता में लिया गया।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि सम्मेलन महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन के आशीर्वाद व मार्गदर्शन में आयोजित किया जाएगा। दो दिवसीय आवासीय सम्मेलन में अलग अलग सत्रों में समाज हित में संस्कार व सनातन धर्म जुडाव के कार्यक्रमों पर चर्चा कर निर्णय लिए जाएंगे। सम्मेलन में प्रदेश स्तरीय व केन्द्रीय पदाधिकारियों के साथ संत महात्माओं का भी आशीर्वचन प्राप्त होगा। विद्वान पण्डित व पंचायत प्रमुखों के साथ सभा के पदाधिकारी भी सम्मिलित होंगे।
प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवाणी ने बताया कि सम्मेलन में समाज की गुरयाणी-मुख्याणी-नियाणी को जोडा जाएगा जिन्हें आमंत्रण के लिए पूर्व में ही पंजीयन कराया जाएगा। मातृशक्ति प्रदेशाध्यक्ष शोभा बसंताणी, प्रदेश मंत्री मजूं लालवाणी, मुख्य ईकाई में प्रदेश उपाध्यक्ष वंदना वजीराणी, प्रदेश सह-मंत्री कोकिला नारवाणी, मोहिनी साधवाणी प्रदेश के अलग अलग शहरों में प्रवास कर बहिनों को जोडने का कार्य करेंगी।
परीक्षाएं 7 जनवरी 2024 को आयोजित
प्रदेश भाषा व साहित्य मंत्री डॉ. प्रदीप गेहाणी व नवल किशोर गुरनाणी ने बताया कि राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद द्वारा आयोजित होने वाले अलग अलग कोर्स में बच्चे डिप्लोमा/सर्टीफिकेट कोर्स में सम्मिलित हुए हैं। 15 दिसम्बर को पूर्ण हुए कार्स की राज्य भर में परीक्षाएं आगामी 7 जनवरी 2024 को अलग अलग शहरो में आयोजित की जाएगी।
हेमू कालाणी के 80वें बलिदान दिवस पर देश भक्ति के कार्यक्रंम-
प्रदेश उपाध्यक्ष युवा दीपेश सामनाणी व प्रदेश मंत्री युवा मनीष गुवालाणी ने बताया कि 21 जनवरी 2024 को राज्यभर की सभी ईकाईयों में युवा कार्यकर्ताओं के साथ शिक्षाविद्, साहित्यकार, पत्रकार व पंचायतों के साथ हेमू कालाणी का 80वां बलिदान दिवस के कार्यक्रम पूर्व संध्या पर दीपदान, सुबह प्रभात फेरियां, संगोष्ठियां, रक्तदान शिविर व देशभक्ति गायन के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
बैठक में प्रदेश संगठन महामंत्री डॉ. कैलाश शिवलाणी, प्रदेश कोषाध्यक्ष इन्द्र रामाणी, प्रदेश प्रचार मंत्री मूलचंद बसताणी, संभाग प्रभारी हीरालाल तोलाणी ने भी विचार प्रकट किए।