भरतपुर। उत्तर प्रदेश में हाथरस से 47 किमी दूर फुलरई गांव में भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ से बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने के समाचारों के साथ राजस्थान में भरतपुर और डीग जिलों के कुछ लोगों के लापता एवं घायल हो जाने की जानकारी मिलने के बाद इन जिलों में घबराहट का माहौल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भरतपुर शहर एवं डीग जिले से भी सेंकड़ों लोग इस सत्संग में शामिल होने गए थे। एक अनुमान के अनुसार अकेले भरतपुर शहर से ही करीब 800 लोग हाथरस गए थे। बताया गया है कि हादसे के बाद भरतपुर से सत्संग में गए लोग हाथरस, एटा, सिकंदराराऊ और मथुरा में अपने लापता साथियों की तलाश कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार भरतपुर के विजय नगर कॉलोनी, कुम्हा, देयोपुरा गांव से कई बसें हाथरस गई थीं। बड़ी संख्या में लोग अपनी गाड़ियों से भी हाथरस पहुंचे थे। हादसे की सूचना मिलते ही परिजनों ने जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मलाह गांव की एक महिला रानी (40) और उसके बेटी ज्योति (16) के घायल होकर एटा अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी सामने आई है। इसके बाद रानी के परिजन एटा पहुंचे और उन्हें लेकर मथुरा के लिए रवाना हो गए हैं। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।