भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा में अय्यपा मंदिर के चौकीदार एवं अपने ही दो दोस्तों की हत्या करने वाले मनोरोगी हत्यारा दीपक नायर ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उसने जादू टाेने के शक में अपने दोनों दोस्तों की हत्या की।
दीपक नायर से खुद पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने करीब एक घंटे पूछताछ की। पूछताछ में नायर ने बताया कि उसकी नौकरी और शरीर में तकलीफें आ रही थीं। उसे शंका थी कि उसके दोस्त मोनू ने उस पर जादू-टोना करवा दिया।
सोमवार की सुबह मोनू टांक, नायर के घर था, तभी जादू-टोना करवाने की बात को लेकर नायर ने उस पर ताबड़तोड़ वार किए जिससे मोनू गंभीर रूप से घायल हो गया। मोनू ने संदीप पर शक जाहिर किया तो नायर ने फोन करके संदीप को घर बुलाकर उस पर भी हमला किया। इसके चलते दोनों की मौत हो गई। दोनों के शव घर में ही जलाने के लिए उसने कट्टे जलाकर डाल दिए और खुद घर से बाहर चला गया और शराब पी।
नायर ने बताया कि दोनों की हत्या करने के बाद उसने जमकर शराब पी। उसी रात को वह अय्यपा मंदिर जा पहुंचा और वहां चौकीदार लालसिंह रावणा राजपूत की बेरहमी से हत्या कर दी। चौकीदार की हत्या के कारण के बारे में पूछ जाने पर उसने बताया कि उसकी अंतर्रात्मा ने कहा कि मंदिर में गलत काम होते हैं, तू जा अपना धर्म निभा। इसी के चलते वह मंदिर गया जहां उसने चौकीदार की भी हत्या कर दी। उससे गहन पूछताछ की जा रही है। फिलहाल उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में लिया गया है। उसे कड़ी सुरक्षा में रखा जा रहा है।