टोंक/अजमेर। राजस्थान की राजधानी जयपुर, अजमेर सहित अन्य कुछ जिलों को पेयजल आपूर्ति करने वाले टोंक जिले में स्थित बिसलपुर बांध के लबालब हो जाने पर शुक्रवार को उसके चार गेट खोलकर 36 हजार क्यूसेक से अधिक पानी की निकासी की जा रही है। वहीं बांध के लबालब होने पर मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामानएं दी हैं।
बांध के लबालब होने पर जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने पूजा अर्चना के बाद पूर्वाह्न ग्यारह बजे इसके दो गेट खोले। बांध का गेज 315.50 आरएल मीटर की तुलना में इसका जल भराव 315.49 आर एल मीटर पहुंच जाने पर बांध के दो गेट एक-एक मीटर तक खोलकर 12 हजार क्यूसेक पानी की निकासी शुरु कर दी गई। इसके बाद पानी आवक के मद्देनजर बाद में बांध के चार गेट खोलकर 36 हजार 60 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बांध के गेट संख्या आठ से एक मीटर तक 6010 क्यूसेक, गेट संख्या नौ से दो मीटर तक 12 हजार 20 क्यूसेक, गेट संख्या दस से दो मीटर तक 12 हजार 20 क्यूसेक एवं गेट संख्या 11 से एक मीटर तक 6010 क्येसक पानी की निकासी की जा रही है। शुक्रवार को अच्छी बरसात के चलते शाम साढ़े पांच बजे तक बिसलपुर बांध क्षेत्र में 19 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
बांध के जलमग्न होने पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और सोशल मीडिया पर कहा कि गिरिराजजी महाराज के दिव्य आशीर्वाद से बीसलपुर बांध सातवीं बार पूर्णतः जलमग्न हुआ है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत हर्ष और गर्व का विषय है कि बीते 26 वर्षों में पहली बार सितंबर महीने में बांध के द्वार खोले गए हैं।
इस ऐतिहासिक क्षण की महत्ता को बढ़ाते हुए, विधिवत पूजा-अर्चना और पारंपरिक अनुष्ठानों के बाद ही बांध के द्वार खोले गए जो हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और प्रकृति के प्रति आदरभाव को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस जल संसाधन की उपलब्धता से प्रदेश में कृषि और औद्योगिक विकास को नई गति मिलेगी। साथ ही यह जल संकट से निपटने और पेयजल की समस्या को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।