सबगुरु न्यूज-सिरोही। पांच साल बाद भाजपा राजस्थान में फिर से सत्ता आई। सरकार बनते ही कुछ दिनों बाद आचार संहिता लग गई। इसके बाद 21 जून को जिले में भाजपा सरकार का पहला सरकारी जश्न था। लेकिन, भाजपा सरकार के इस जिला स्तरीय जश्न से नव निर्चाचित सांसद और राज्य मंत्री दोनों ही दूर दिखे।
इसे लेकर भाजपा के व्हाट्सएप समूहों में गर्दा कटा हुआ था। बवाल इस बात पर उड रहा था कि जिला प्रशासन ने सांसद लुम्बाराम चौधरी और राज्यमंत्री ओटाराम देवासी को व्यक्तिगत सूचना देर से देने की दलील दी जा रही है। भाजपा सांसद और विधायक के जिला स्तरीय योग कार्यक्रम में नहीं पहुंचने की मुख्य वजह बता रही है। भाजपा समूहों में प्रशासन की इस अनदेखी को उनकी प्रशासन का अहंकार करार दिया जा रहा है।
-कार्यकर्ता दे रहे आमंत्रण पत्र का हवाला
योग दिवस पर सिरोही जिला मुख्यालय के नवीन भवन विद्यालय पर हुए सामूहिक योग कार्यक्रम में नहीं पहुंचने को लेकर भाजपा के व्हाटस एप समूहों पर एक पेम्पलेट नुमा आमंत्रण पत्र भी वायरल था। इसे लेकर ही भाजपा कार्यकर्ता ये दावा करते दिखे कि इसमें जिला कलेक्टर और जिला आयुर्वेदिक अधिकारी का नाम तो है लेकिन सिरोही के विधायक और पंचायत राज मंत्री ओटाराम देवासी और सांसद लुम्बाराम चौधरी का नाम नहीं है। इन समूहों मे ही भाजपा कार्यकर्ता ये दावा करते हुए भी नजर आए कि 20 जून की शाम को प्रशासन की ओर से इन्हें आनन फानन में फोन किया गया। इसने भी भाजपा में नाराजगी फैलाई। यूं यहां भाजपा के कुछ पदाधिकारी दिखे तो थे लेकिन, ये समाज और व्यावसायिक संगठन से सदस्य के रूप में भागीदारी बताई जा रही है।
-करीबियों ने बताई ये वजह
इस मुद्दे को तूल नहीं मिले शायद इसलिए संसद लुम्बाराम चौधरी और सिरोही एमएलए ओटाराम देवासी के करीबी ये दावा कर रहे हैं कि हिस्सेदारी नहीं लेने की दूसरी वजह थी। उनका दावा था कि चौदस की वजह से सांसद से नाडोल में दर्शन के लिए जाना था और ओटाराम देवासी के मुंडारा में भी धार्मिक आयोजन था। लेकिन, इस कार्यक्रम में भाजपा के जिला, नगर और मोर्चों से जुडे भी कई पदाधिकारी नहीं पहुंचे। इतना ही नहीं नगर परिषद में भी भाजपा के सारे पार्षद इसमें नहीं पहुंचे। इसकी वजह पूछने पर सांसद और विधायक के करीबी लाजवाब रहे।
अंदरखाने चर्चा ये है कि जिला प्रशासन के द्वारा जिला स्तरीय योग कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में जिले के भाजपा के दो प्रमुख जनप्रतिनिधियों को नजरअंदाज करने की वजह से भाजपा के नेताओं ने नवीन भवन के योग कार्यक्रम से दूरी बनाई थी। इसकी दूसरी वजह भाजपा जिला संगठन में चल रही आपसी खींचतान भी बताई जा रही है। भाजपा नेताओं और भाजपा कार्यकर्ताओं की प्रशासन की ओर से की जा रही अनदेखी पर भाजपा सोशल मीडिया समूहों में रोष जताया जा रहा है।