अलवर। राजस्थान में अलवर जिले में भारतीय जनता पार्टी के चल रहे संगठनात्मक चुनाव को लेकर पार्टी ने 30 में से 18 मंडल अध्यक्षों की घोषणा की है और इतने ही 18 प्रतिनिधि बनाए गए हैं।
अलवर के प्रभारी भाजपा नेता कालूराम गुर्जर ने मंगलवार को बताया कि 12 मंडल का निर्वाचन रोककर रखा गया है। सभी मंडल अध्यक्ष और प्रतिनिधियों का चयन सर्वसम्मति से किया गया है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर यहां पूरी तरह पारदर्शिता से संगठन के चुनाव कराये गये हैं। मंडल में भेजे गए पर्यवेक्षक एवं नियुक्त प्रभारी ने मंडल अध्यक्ष एवं प्रतिनिधियों के संभावित नाम की सूची तैयार की। उस सूची को राज्य स्तर पर भेजा गया, जहां छह प्रतिनिधियों की समिति ने विचार विमर्श किया उसके बाद मंडल अध्यक्षों का निर्णय लिया गया।
गुर्जर ने बताया कि 12 मंडलों के निर्वाचन को जल्द पूरा कर लिया जाएगा, यहां कुछ तकनीकी मामले सामने आने के कारण इनका निर्वाचन रोका गया है। जिला अध्यक्ष का निर्वाचन इसी महीने की 10 जनवरी के आसपास किया जायेगा। जिला अध्यक्ष के निर्वाचन के लिये 50 फीसदी मंडल अध्यक्षों का बनना जरूरी था, उसी नियम के तहत मंडल अध्यक्षों का निर्वाचन कराया गया है।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन में किसी भी तरीके का कोई भेदभाव और व्यक्तिगत प्रभाव का उपयोग नहीं किया गया। राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश अनुसार पारदर्शिता और निष्पक्ष चुनाव कराए गए हैं। मंडल अध्यक्षों में महिलाओं का नाम नहीं आने के सवाल पर गुर्जर ने कहा कि भाजपा हमेशा महिलाओं को प्रोत्साहन देती है, लेकिन मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी बड़ी होती है इसलिए हो सकता है कि महिलाओं ने अपना नाम नहीं दिया हो। इस मामले की जांच भी कराई जाएयेगी कि आखिर महिलाओं के नाम क्यों नहीं आए।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में पार्टी के नेता रमेश बिधूड़ी द्वारा कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के संबंध में की गई टिप्पणी को लेकर उन्होंने कहा कि वह इस मामले में कुछ नहीं कहना चाहते, लेकिन कांग्रेस ने भाजपा के नेताओं के बारे में निम्न स्तर की बयानबाजी की थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ भी काफी बयानबाजी की गई थी।