जयपुर। राजस्थान में आगामी तीन सितंबर को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार एवं रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने बुधवार को यहां अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
बिट्टू ने यहां विधानसभा भवन में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की मौजूदगी में निर्वाचन अधिकारी महावीर प्रसाद शर्मा के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र के चार सैट प्रस्तुत किए गए। शर्मा, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी एवं डॉ. प्रेम चन्द बैरवा बिट्टू के प्रस्तावक बने जबकि विधि मंत्री जोगाराम पटेल, पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत तथा सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग सहित कई मंत्री प्रस्तावक बने। इस अवसर पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ सहित कई विधायक मौजूद थे।
इस मौके मुख्यमंत्री ने बिट्टू को नामांकन पत्र दाखिल करने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इससे पहले शर्मा ने हां पक्ष लॉबी में आयोजित बैठक में विधायकों को संबोधित भी किया।इसके बाद बिट्टू विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी से मिले और देवनानी ने उन्हें पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका मुंह मीठा कराया और शुभकामनाएं दी।
इस दौरान अजमेर के संदर्भ में रेल परियोजनाओं पर चर्चा भी हुई। इस मौके पर प्रदेश के कई मंत्री, सांसद और विधायक भी मौजूद थे। इससे पहले बिट्टू के नामांकन के लिए विधानसभा भवन पहुंचने पर शर्मा, दिया कुमारी, डा बैरवा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, पटेल, सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग आदि ने उनका स्वागत किया।
राज्यसभा उपचुनाव के लिए बुधवार नामांकन पत्र भरने की आखिरी तारीख थी और आखिर दिन बिट्टू सहित दो उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिले किए। दूसरा नामांकन पत्र भाजपा से प्रतिस्थापन उम्मीदवार के रूप में सुनील कोठारी ने दाखिल किया। इससे पहले गत 17 अगस्त को निर्दलीय बबीता बाघवानी ने राज्यसभा उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था।
उपचुनाव के लिए तीन उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र प्रस्तुत किए हैं। गुरुवार को विधानसभा भवन स्थित कक्ष संख्या 751 में नामांकन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी। 27 अगस्त को उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकेंगे और आवश्यक होने पर तीन सितंबर को सुबह नौ से अपराह्न चार बजे तक मतदान कराया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बिट्टू पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं और उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव से पहले गत 24 मार्च को ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। इसके बाद भाजपा ने तीन बार सांसद रहे बिट्टू को लुधियाना से अपना लोकसभा प्रत्याशी बनाया था लेकिन वह चुनाव हार गए लेकिन उन्हें केन्द्र सरकार में मंत्री बनाया गया। बिट्टू वर्ष 2019 एवं 2014 में लुधियाना तथा 2009 में आनंदपुर साहिब से कांग्रेस उम्मीदवार के रुप में लोकसभा का चुनाव लड़कर तीन बार सांसद बने। उन्होंने पंजाब में वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जलालाबाद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड़ा लेकिन वह चुनाव हार गए। अब उन्हें राज्यसभा में सांसद बनने का मौका मिला हैं।
राजस्थान में भाजपा की सरकार हैं और उसके बहुमत के हिसाब से बिट्टू को राज्यसभा चुनाव जीतने में कोई दिक्कत नजर नहीं आ रही हैं। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल के इस्तीफा दे देने से राज्यसभा की यह सीट रिक्त होने पर इस पर उपचुनाव कराया जा रहा है। इस सीट पर निर्वाचित होने वाले सदस्यता का कार्यकाल 21 जून 2016 तक रहेगा।