बदायूं। उत्तर प्रदेश के जनपद बदायूं के बिल्सी विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी विधायक हरीश शाक्य सहित 16 लोगों के आज सिविल लाइंस थाने में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अदालत को इस बारे में अवगत कराया।
भाजपा विधायक उनके लेखपाल भाई सत्येंद्र सिंह शाक्य, भतीजा बरेली के बड़े व्यापारी आनंद प्रकाश अग्रवाल, मेंथा व्यवसाय मनोज गोयल व मैरिज लॉन संचालक हरिशंकर व्यास समेत कुल खिलाफ एमपी/एमएलए स्पेशल कोर्ट द्वारा गैंगरेप और करोड़ों की धोखाधड़ी के साथ-साथ वादी को झूठे केस में फंसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिए जाने के 10 दिन पश्चात पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
अपर मुख्य न्यायाधीश-2/विशेष न्यायाधीश एमपी एमएलए कोर्ट लीलू चौधरी ने 11 दिसंबर को मामले की सुनवाई के दौरान यह आदेश जारी किया। यह मामला जमीनी विवाद, धोखाधड़ी, फर्जी मुकदमे में फंसाए जाने और बलात्कार से जुड़ा है, जिसमें पीड़िता के पति ने कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई थी।
पीड़िता के पति और मुकदमे के वादी व विधायक के खिलाफ शिकायत करने वाले ललित कुमार का आरोप था कि शहर के निकट गांव बुधबाई में पूनम लॉन के पास उसके पिता ने काफी समय पहले जमीन खरीदी थी। यह इलाका सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में आता है।
उस वक्त पिता ने दादी और मां के नाम बैनामा किया था। बाद में दादी ने वसीयत कर यह जमीन पिता के नाम कर दी थी। जमीन की कीमत करोडों रुपए में है क्योंकि वहां इस समय एक बीघा जमीन ही 80 लाख रुपए में है।
वादी ने बताया कि हरीश शाक्य बिल्सी से विधायक हैं। विधायक के नेतृत्व में संपत्तियों पर कब्जा करने के उद्देश्य से एक गैंग बनाया गया है। इस गैंग के सदस्यों ने शिकायतकर्ता से कहा कि विधायक जी यह जमीन खरीदना चाहते हैं। शिकायतकर्ता ने कहा कि हमको अभी जमीन नहीं बेचनी है। विधायक के लोगों ने कहा कि जमीन नहीं बेचनी है तो विधायक हरीश शाक्य से मिलकर मना कर देना।
वादी ने बताया कि विधायक हरीश शाक्य के गुर्गे विधायक से मिलवाने उनके आवास पर उसे ले गए। वहां बताया कि कुल जमीन की कीमत लगभग 18 करोड रुपए है लेकिन जमीन 16 करोड़ 50 लाख में बेचने की बात तय हो गई। जमीन की कीमत का 40 फीसदी एग्रीमेंट के वक्त देना तय हुआ बाकी पैसा बैनामे के वक्त देना था। इसके बाद हरीश शाक्य की ओर से 1 लाख बतौर बयाना दिलाया गया।
कुछ दिन बाद ही बिना 40 फीसदी दिए विधायक और उनके गुर्गे एग्रीमेंट का दबाव बनाने लगे। उसने बताया कि रकम लिए बिना एग्रीमेंट नहीं करने पर पुलिस ने शिकायतकर्ता के चचेरे भाई को उठा लिया और उसे प्रताड़ित किया। इससे परेशान होकर 5 अगस्त 2022 को चचेरे भाई ने आत्महत्या कर ली। इसकी शिकायत देने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
इस बीच विधायक ने शिकायतकर्ता की चाची को जमीन में हिस्सा देने के नाम पर अपने साथ मिला लिया। इसके बाद वादी के चाचा ने शिकायतकर्ता और उसके पिता के खिलाफ बेटे की हत्या का केस दर्ज कर दिया।
शिकायतकर्ता ने जमीन दूसरे बिल्डर को बेचने की कोशिश की लेकिन भाजपा विधायक के लोगों ने उसे जमीन नहीं बेचने दी। इसमें कानूनी अड़चन लगा दी गई, साथ ही चचेरे भाई की पत्नी की ओर से गैंगरेप का केस दर्ज कर दिया गया। नतीजा यह हुआ कि जमीन बचाने के लिए वह पैरवी भी नहीं कर पा रहे थे।
इस बीच पुलिस ने तीन दिन तक शिकायतकर्ता को कस्टडी में रखकर पीटा। बाद में विधायक की गैंग के लोग उसे पुलिस से छुड़ाकर अपने साथ ले गए और उसको प्रताड़ित किया। शिकायतकर्ता को लगातार पुलिस परेशान कर रही थी।
विधायक ने उसको सभी मुकदमों से निकलवाने का भरोसा देकर अपने यहां बुलाया और कहा कि सभी मुकदमों से निकलवा दिया जाएगा और एक करोड रुपए मेरी चाची को दिलवाने का सौदा हुआ जिसमें 11 लाख रुपए हमारे द्वारा विधायक के सामने चाची को दिए गए। हमारे पास विधायक की बात मानने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था।
89 लाख रुपए की चेक हमारे द्वारा दिलाई गई। इस समझौते के बाद पुलिस ने हमको परेशान करना बंद कर दिया और दोनों मुकदमे में पैरवी भी धीमी कर दी गई। विधायक ने अब हमसे हमारी जमीन के एग्रीमेंट करने शुरू करें और कई लोगों को रजिस्ट्री भी कार्रवाई गई। इसके बदले हमको जमीन की कीमत के अनुसार पैसे ना देकर अपनी मर्जी से उन्होंने पैसे देने शुरू कर दिए हमारे पास उनकी बात मानने के अलावा कोई भी विकल्प नहीं था। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसकी पत्नी से विधायक समेत उनके साथियों ने गैंगरेप भी किया।
बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने बताया है कि एमपी एमएलए के कोर्ट के आदेश के अनुपालन में आज थाना सिविल लाइन पुलिस ने बिल्सी विधानसभा से भाजपा विधायक हरीश शाक्य उनके लेखपाल भाई सत्येंद्र सिंह शाक्य, बरेली के व्यवसायी आनंद प्रकाश अग्रवाल, उझानी के मेंथा व्यवसायी मनोज गोयल समेत 16 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी मुकदमे में फंसाए जाने, जमीन पर कब्जा करने और बलात्कार जैसे धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि मुकदमा दर्ज करने के बाद कोर्ट को अवगत करा दिया गया है। थाना सिविल लाइंस के प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह इस मामले की जांच करेंगे। भाजपा विधायक हरीश शाक्य से इस मामले में वार्ता करने का प्रयास किया गया किंतु उनके विधानसभा सत्र के चलते लखनऊ में होने के कारण उनसे वार्ता ना हो सकी।