वासुदेव देवनानी ने महात्मा गांधी सेवा प्रेरकों की नियुक्ति पर उठाया सवाल

अजमेर। राजस्थान के पूर्व शिक्षा मंत्री वासूदेव देवनानी ने चुनावी वर्ष में राज्य की गहलोत सरकार द्वारा महात्मा गांधी सेवा प्रेरकों की होने वाली नियुक्तियों पर गहलोत सरकार की मंशा पर सवाल उठाए है।

अजमेर उत्तर विधायक देवनानी ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि गहलोत सरकार बेरोजगारों के साथ छल कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को महात्मा गांधी सेवा प्रेरक नियुक्त कर सरकारी खर्च कर चुनावी लाभ लेने जा रही है ताकि सेवा प्रेरकों से चुनाव में लाभ लिया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा राज्य के बेरोजगारों को राहत देने के बजाय अपने कार्यकर्ताओं को शहर से गांव-ढाणी तक सेवा प्रेरक के रूप में भेजकर सरकारी खर्च पर चुनावी हित साधने की है।

उन्होंने कहा कि चयनित प्रेरकों को गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविरों में प्रशिक्षित किया जायेगा, जहां पहले से ही कांग्रेसी मौजूद हैं। ऐसे में कांग्रेसी पाठ पढ़ाकर उनसे कांग्रेस का प्रचार-प्रसार कराने का काम कराया जाएगा। और यह सब तब हो रहा है जब आगामी एक वर्ष में राजस्थान विधानसभा चुनाव के साथ लोकसभा चुनाव भी होने को हैं। उल्लेखनीय है कि गांधी सेवा प्रेरकों का चयन कर उनकी सेवाएं एक वर्ष के लिए ही ली जाएगी, जिसके लिए उन्हें 4500 रूपए प्रति माह मानदेय दिया जाएगा।