सबगुरु न्यूज़-सिरोही । जितनी शांति से सुरेश कोठारी को जिला अध्यक्ष बनाने की कवायद की गई उनके जिलाध्यक्ष बनते ही सिरोही भाजपा में बवंडर आ गया ।
ये बवंडर सबसे ज्यादा सिरोही विधानसभा में आया । जिसकी वजह से एक ही ‘गुरुकुल’ के सुरेश कोठारी और नारायण पुरोहित दोनों ही परेशान हो गए । परेशान होना लाजिमी भी है । अपने राजनीतिक संरक्षक की सरपरस्ती में नारायण पुरोहित ने जिस विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी तय करने के लिए इतनी कवायद की, वही इस कदर विरोध के स्वर उभरे तो चिंतित होना लाजिमी है ।
-एकत्रीकरण को समझा विरोध!
सिरोही में सोमवार को एयरलाइन होटल में भाजपा में सिरोही विधानसभा क्षेत्र से जिलाध्यक्ष पद के दावेदार माने जाने वाले वरिष्ठों की एक टी-पार्टी हुई । दावा ये है कि इस टी पार्टी में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों की तैयारियों पर चर्चा की गई ।
लेकिन, इस बैठक के बाहर चर्चा ये चली कि जिलाध्यक्ष पद पर सुरेश कोठारी की नियुक्ति के विरोध में ये एकत्रीकरण हुआ था । और प्रदेश संगठन से अपनी आपत्तियां भी दर्ज करवाई गई हैं । एयर लाइन बैठक में विरोध के टेक ऑफ होने की बात फैलते ही सुरेश कोठारी और नारायण पुरोहित ने अपने समर्थकों के साथ इस बैठक में शामिल पदाधिकारियों और पूर्व पदाधिकारियों के घर और दफ्तर में लैंडिंग की प्लानिंग शुरू कर दी ।
-यूँ की डमेज कंट्रोल की कवायद
सोमवार शाम तक एयर लाइन की टी पार्टी की फोटो भाजपा के समूहों में वायरल होने लगी थी । इस डेमेज कंट्रोल को संभालने के लिए इस बैठक में शामिल लोगों को फोन करके सब चंगा सी का सन्देश देने की कोशिश की गई । इसी कड़ी में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी के सिरोही स्थित ऑफिस में सुरेश कोठारी, नारायण पुरोहित और उनके समर्थक पहुंचे । चाय के प्याले में आये तूफ़ान को थामने के लिए इन्होंने चाय पी, और ऐसा माहौल तैयार करने की कोशिश की कि सब ये सन्देश जाये कि आल इज वेल ।
-जावाल में हुए एकत्रित
राजस्थान प्रदेश भाजपा की और से नहीं सहेगा राजस्थान अभियान शुरू किया गया है । ये अभियान सिरोही में भी चल रहा है । सोमवार को एयर लाइन की टी पार्टी में एकत्रित हुए अधिकांश नेता जवाल में किसान मोर्चा की और से आयोजित किये गए नहीं सहेगा राजस्थान केम्पेन का हिस्सा थे, वहां सभी एक मंच पर थे। इसके बाद कोठारी और पुरोहित ने डेमेज कंट्रोल की कोशिश जारी रखी ।