जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने भरतपुर में भाजपा के मंडल अध्यक्ष की हत्या के आरोपी की पुलिस हिरासत में गोली मारकर हत्या के मामले को संदिग्ध बताते हुए इसमें पुलिस की भूमिका संदिग्ध होने का आरोप लगाया है।
जोशी ने अपने बयान में कहा कि आमजन में विश्वास और अपराधियों में डर के पुलिस स्लोगन का प्रदेश में कोई अर्थ नहीं रहा है। प्रदेश के मौजूदा हालातों में आमजन में डर है और अपराधियों में विश्वास पैदा हुआ है। इस तरह के गंभीर अपराध किसी आका की सरपरस्ती के बिना नहीं पनप सकता।
उन्होंने कहा कि भरतपुर के हत्याकांड में पुलिस की भूमिका भी पूरी तरह संदिग्ध बनी हुई है। जिसमें मर्डर क्यों हुआ, किसका हुआ, मृतक कहां जा रहा था, क्या वह गवाही देने वाला था। स्वाभाविक है कि गवाही में किसी बड़े आदमी का नाम सामने आने वाला था। तो क्या इसी वजह से उसकी आवाज बंद कर दी गई।
जोशी ने कहा कि हो सकता है यह हत्या किसी सोची समझी रणनीति के तहत की गई हो। मुख्य आरोपी का नाम भाजपा मंडल अध्यक्ष की हत्या में ना आए इसलिए यह हत्या की हो। उन्होंने कहा कि यह कोई बड़ा षडयंत्र हो सकता है।
प्रदेश का गृहमंत्री होने के नाते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सोचना चाहिए कि उनकी सरकार के शासन में किस प्रकार से राजस्थान में अपराध पनप रहा है। इस तरह की घटनाओं में कहीं न कही राजनीति और अपराध का गठजोड़ नजर आ रहा है।
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