नागपुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी राजा महाराजाओं की तरह काम करती है और हर काम के लिए ऊपर के आदेश का पालन किया जाता है, लेकिन कांग्रेस में आम कार्यकर्ता की बात सुनी जाती है और साधारण कार्यकर्ता भी नेतृत्व तक अपनी बात पहुंचा सकता है।
कांग्रेस के 139वें स्थापना दिसंबर के अवसर पर यहां आयोजित विशाल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार में जनता को न्याय नहीं मिल रहा है। देश में दलितों, आदिवासियों, ओबीसी आदि के साथ अन्याय हो रहा है और उन्हें तब तक न्याय नहीं मिल सकता है जब तक देश में जाति के आधार पर जनगणना नहीं होती है।
उनका कहना था कि कांग्रेस जब केंद्र में सत्ता में आएगी तो देश में जाति के आधार पर जनगणना की जाएगी। कांग्रेस नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने का काम करती है और पूरे देश में, पूरे समाज में सौहार्द तथा भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए काम करती है।
गांधी ने कहा कि लोगों को लग रहा है कि देश में सत्ता की लड़ाई चल रही है, लेकिन सच यह है कि यह लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है। भाजपा की विचारधारा राजाओं की विचारधारा है, वह किसी की सुनते नहीं हैं। भाजपा में आदेश ऊपर से आता है और सभी को मानना पड़ता है। जबकि कांग्रेस पार्टी में आवाज कार्यकर्ताओं से आती है और हम उसका सम्मान करते हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा में जो भी काम होता है उसके लिए ऊपर से आदेश आता है लेकिन कांग्रेस में छोटा से छोटा कार्यकर्ता भी हमकों टोककर हमसे अपनी बात कह सकता है। महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष जब भाजपा में थे तो उन्होंने जीएसटी में किसानों की हिस्सेदारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछ लिया था तो उनको भगा दिया गया लेकिन कांग्रेस में सामान्य व्यक्ति को भी बोलने की आजादी है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारी विचारधारा कहती है कि देश की लगाम देश की जनता के पास रहनी चाहिए और देश को राजशाही की तरह नहीं बल्कि लोकतांत्रिक तरीके से चलाया जाना चाहिए। उनका कहना था कि जनता के वोट के कारण संवैधानिक संस्थाएं बनती हैं, लेकिन आरएसएस का सब संस्थानों पर कब्जा हो गया है। विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति सिर्फ एक विचाधारा के लोगों से की जा रही है।
उन्होंने बेरोजगारी का भी मुद्दा उठाया और कहा कि देश में बेरोजगारी चरम पर है। इतनी बेरोजगारी कभी देश में नहीं रही है। देश का युवा बेरोजगार है इसलिए वह घंटों मोबाइल पर लगा रहता है। देश की तिजोरी चंद पूंजीपतियों के लिए खोल दी गई है और देश का पैसा उनको दिया जा रहा है।
बेरोजगारी की हालात यह है कि एक लाख 50 हजार युवाओं को सेना ने योग्य माना है और उनको नौकरी देने की तैयारी की जाने लगी, लेकिन मोदी सरकार ने अग्निवीर योजना शुरु की और इन डेढ लाख लोगों के लिए सेना और वायुसेना के दरवाजे बंद हो गये। ये युवा रो रहे हैं कि सरकार ने उनकी जिंदगी को बर्बाद कर दिया है। उन्हें अग्निवीर योजना का भी हिस्सा नहीं बनने दिया।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का परिणाम रहा कि कांग्रेस ने तेलंगाना, कर्नाटक, हिमाचल में सरकार बनाई और अब जब गांधी पूरब से पश्चिम की यात्रा त्रिपुरा से शुरु करेंगे तो देश के कई राज्यों में सरकार बनाएगी। कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने सभी एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि राजनीति में कभी एक जैसी स्थिति नहीं रहती और पूरा देश बदलाव का इंतजार कर रहा है।
कांग्रेस ने ‘दान’ जुटाने के लिए कुर्सियों पर लगाए क्यूआर कोड
कांग्रेस अपनी स्थापना के 138 साल पूरा होने पर लोगों से देश के लिए दान देने का अभियान शुरु किया है और इस मौके पर नागपुर में आयोजित रैली में हर कुर्सी के पीछे बार कोड का स्टीकर लगाया है ताकि कार्यकर्ता आसानी से दान दे सकें।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तथा पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पहले ही देश के लिए दान दें अभियान की शुरुआत कर चुके हैं जिसके तहत दानदाताओं से पार्टी के लिए 138 रुपए, 1338 रुपए, 13800 रुपए और इसी तरह के अंकों में इससे अधिक राशि दान देने की मांग की गई है।
कांग्रेस के स्थापना दिवस पर नागपुर में हो रही रैली में लगी कुर्सियों पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं ताकि कार्यकर्ताओं को दान देने में आसानी हो। पार्टी कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि कांग्रेस के स्थापना दिवस के उपलक्ष में आयोजित नागपुर रैली में, हर कुर्सी के पीछे एक बार कोड का स्टीकर लगा है। उसको स्कैन कर आप 138, 1380, 13800, 138000 या उससे भी अधिक कांग्रेस को दान स्वरूप दे सकते हैं।
पार्टी ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर भी पोस्ट किया कि एक खुशहाल और समृद्ध भारत के निर्माण के लिए आगे आएं, अपना कर्तव्य निभाएं। हाथ से हाथ जोड़कर कांग्रेस को मजबूत करें। कांग्रेस जितनी सशक्त होगी, आपके अधिकारों की लड़ाई उतनी ही बुलंदी के साथ लड़ेगी। देशहित में अपना योगदान दें।
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी जी ने कांग्रेस की गतिविधियों को संचालित करने के लिए तिलक स्वराज फंड की शुरुआत की थी। इसका मकसद असहयोग आंदोलन के लिए पैसे जुटाना था ताकि स्वराज की स्थापना हो सके। आज लगभग 100 साल बाद कांग्रेस ने देश के लिए दान करें अभियान शुरू किया है ताकि लोकतंत्र को बचाया जा सके, चंद अरबपतियों के लिए काम करने वाली तानाशाह सरकार के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष खड़ा किया जा सके और संविधान को बचाया जा सके।