अजमेर। राजस्थान में अजमेर के पुष्कर में अन्तर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले के दौरान पंचतीर्थ स्नान के तहत ब्रह्म चौदस का स्नान हुआ। जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। गुरुवार को संतों का शाही स्नान भी सम्पन्न हुआ।
पुष्कर के पवित्र सरोवर में आज के दिन 33 करोड़ देवी देवताओं की मान्यता के बीच उच्च स्वर के मंत्रोच्चार के साथ ब्रह्म मुहूर्त में सभी 52 घाटों पर श्रद्धालुओं ने धार्मिक स्नान किया। जो दिनभर जारी रहेगा। स्नान के बाद लगभग सभी भगवान ब्रह्माजी के दर्शन करने ब्रह्माजी मंदिर जा रहे हैं। तथा दानपुण्य कर रहे हैं।
गुरूवार सुबह संतों, महंतों, महात्माओं तथा मठाधीशों ने पंचभीष्म स्नान के दौरान शाही स्नान कर धार्मिक पुण्य कमाया। शाही स्नान के लिए सैन भक्ति पीठ के संस्थापक सैनाचार्य स्वामी अचलानंद जी महाराज तथा रामरमैया आश्रम के संत प्रेमदास महाराज के झंडे तले सभी संत महात्मा महादेव नगर स्थित बाबा रामदेव आश्रम से गाजों बाजों के साथ रवाना हुए और विभिन्न स्थानों घाटों से होते हुए सप्तऋषि घाट पहुंचे, जहां पर सरोवर की पूजा अर्चना के बाद शाही स्नान किया। संतों का रास्ते में पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। तथा शाही स्नान देखने के लिए घाट पर भारी भीड़ जमा रही।
कार्तिक पूर्णिमा यानि कल 15 नवम्बर को पंचतीर्थ महास्नान का अन्तिम दिन रहेगा। इसी के साथ पुष्कर पशु व धार्मिक मेला विधिवत सम्पन्न हो जाएगा तथा मेलार्थियों का तेजी से लौटना शुरू होगा। इसके अलावा गुरूवार रात पुष्कर मेला मैदान पर गायक कैलाश खेर का लाइव कंसर्ट आयोजित होगा। पुलिस प्रशासन ने पुष्कर प्रवेश द्वारों से ही पार्किंग व यातायात व्यवस्था की है।