अजमेर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के शास्त्री नगर स्थित प्रभु पसंद भवन में रविवार को रक्षा बंधन का त्यौहार हर्षोंल्लास के साथ मनाया।
सर्व धर्म मैत्री संघ के सदस्यों व डॉक्टर रमेश क्षेत्रपाल, प्रकृति प्रेमी अशोक चौरसिया को डॉक्टर राजयोगनी शांता बहन ने रक्षा सूत्र बांधा। बीके कीर्ति बहन ने अतिथियों का दुपट्टा ओढाकर कर सम्मान किया। बीके हीना बहन ने आत्म स्मृति का माथे पर तिलक लगाया। अशोक चौरसिया ने सभी अतिथियों को पौधा लगा गमला भेंट किया।
इस अवसर पर मैत्री संघ के अध्यक्ष प्रकाश जैन ने कहा हर साल आशा बहन का राखी पर निमंत्रण आता है। हम राखी पर इंतजार करते हैं। बहने प्रेम से राखी बांधती हैं। यह संस्था इसी कारण से विश्व में सर्वाधिक लोकप्रिय है। एक सेवा केंद्र शुरुआत होकर आज अजमेर में 12 सेवा केंद्र होना इन बहनों की तपस्या, साधना और लग्न का परिणाम है।
सेवा केंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी आशा बहन ने रक्षा बंधन का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि रक्षा बंधन को विषतोड़क पर्व भी कहा जाता है। काम, क्रोध, लोभ मोह, अहंकार ये जिंदगी में जहर घोल देते हैं। शिव पिता परमात्मा ने जहर पिया था यानी परमात्मा इस धरा पर जब आए थे तो हमें इन विकारों से मुक्ति दिलाई थी। राजयोग के बल से इसलिए विष तोड़क पर्व कहा जाता है।
कार्यक्रम का संचालन बीके पूनम से किया। इस अवसर पर व्यसन मुक्ति की प्रतिज्ञा भी कराई गई। आशा बहन ने मधुवन निवासी नरेंद्र भाई ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर बीके काजल बहन, बीके ओम प्रकाश भाई भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के शुभारंभ में डोली,खुशी ने डांस की प्रस्तुति दी।
ब्रह्माकुमारी बहनों ने सीआरपीएफ के फौजी भाई बहनों को बांधे रक्षा सूत्र