दौसा/जयपुर। राजस्थान में जिला प्रभारी एवं उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा है कि राज्य सरकार निवेशकों की हर रुकावट को दूर करके राज्य में निवेश के अनुकूल माहौल बनाकर औद्योगिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
कर्नल राठौड़ आगामी नौ से 11 दिसम्बर तक जयपुर में प्रस्तावित राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश सम्मेलन-2024 की कड़ी में सोमवार को दौसा जिले के जयपुर रोड स्थित एक निजी होटल में आयोजित जिला स्तरीय राइजिंग दौसा निवेशकों की बैठक में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारकर राजस्थान को औद्योगिक गतिशील राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार निवेशकों को हरसंभव मदद कर रही है, ताकि हमारे युवाओं के लिए रोजगार के भरपूर अवसर पैदा हो सकें।
बैठक में जिले के औद्योगिक विकास की संकल्पना को साकार करते हुए निवेशकों ने उत्साह से 2094.72 करोड़ रुपए के 95 करार किए, जिससे 5818 लोगों को रोजगार मिलेगा। इनमें पावर ग्रिड (पीजीसीआईएल) द्वारा 1038.43 करोड़ रुपए, श्री मोहनजी यूनिवर्सिटी दौसा द्वारा 500 करोड़, सप्तऋषि इंस्टीट्यूट ग्रुप द्वारा 100 करोड़ रुपए, अखिल राज्य ट्रेड एवं इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा 70 करोड़ एवं केमटेक केपीओ पार्क प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 50 करोड़ रुपए के प्रमुख करार किए गए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि देश में प्रगतिशील सोच वाली मजबूत सरकार है, जिससे स्थिरता के साथ निवेश के अनुकूल माहौल बना है। अपने विशाल एवं विविधतापूर्ण भौगोलिक परिदृश्य के कारण हमारे राज्य में निवेश की अपार संभावनायें हैं, जहां दौसा जिला दिल्ली-जयपुर के बीच अपनी विशिष्ट स्थिति के कारण सबसे महत्वपूर्ण निवेश स्थल के रूप में उभर रहा है। दौसा में रीको ने औद्योगिक पार्क के लिए जमीन चिह्नित की है। यहां स्टोन पार्क के साथ वुडन पार्क की भी अच्छी संभावना है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार राज्य के औद्योगिक विकास के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। राज्य सरकार की ओर से ऐसी नीतियां बनाई जा रही हैं, जिससे यहां उद्योग लगाना और उसे चलाना काफी आसान हो। शीघ्र ही रिप्स-2024 सहित 21 नई नीतियां घोषित की जाएंगी, जिससे नियमों में स्पष्टता आएगी और निवेशक को निवेश करने में कोई उलझन नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योगों की जरूरत के मुताबिक कुशल युवक-युवतियां तैयार करने के लिए राज्य सरकार ने टाटा कंपनी के साथ 100 से अधिक आईटीआई के लिए करार किया है। उन्होंने कहा कि जहां बड़े औद्योगिक पार्क बनाना व्यावहारिक नहीं है, वहां छोटे कलस्टर बनाकर उनके लिए मार्केटिंग की उचित व्यवस्था की जा रही है।
राठौड़ ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल के पहले ही वर्ष में निवेशक सम्मेलन आयोजित करना इस बात का द्योतक है कि सरकार निवेश के प्रति पूरी तरह गंभीर है और सभी निवेश प्रस्तावों को इसी सरकार के कार्यकाल में धरातल पर उतारने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने निवेशकों और उद्यमियों का स्वागत करते हुए कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुसार यह बैठक जिले में औद्योगिक वातावरण को तैयार करके युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान करने में सहायक होगी।
जिला प्रभारी सचिव भवानी सिंह देथा ने कहा कि निवेश प्रस्तावों को शीघ्र धरातल पर उतारने के लिए ऑनलाइन निगरानी प्रणाली विकसित की गई है। राज्य स्तर पर हर करार की निगरानी की जाएगी ताकि निवेशकों को असुविधा का सामना नहीं करना पड़े और वे अपनी परियोजना को समय पर प्रारंभ कर सकें।