कोल्हापुर। स्वाभिमानी शेतकारी संगठन (एसएसएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने शुक्रवार को इथेनॉल उत्पादन पर प्रतिबंध को तुगलकी फैसला बताते हुए इसे तुरंत वापस लेने की मांग की।
शेट्टी ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि इस फैसले का सीधा असर गन्ना उत्पादक किसानों पर पड़ेगा। सरकार ने यह फैसला इस डर से लिया है कि आगामी लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में देश में चीनी की कमी के कारण चीनी की कीमतें बढ़ जाएंगी।
केंद्र सरकार ने किसानों को सब्सिडी और ब्याज में रियायत देकर इथेनॉल प्रोजेक्ट लगाने के लिए प्रोत्साहित किया था। इसका फायदा उठाकर चीनी मिल मालिकों ने इथेनॉल परियोजनाओं में करोड़ों रुपये का निवेश किया और अब सरकार ने अचानक इथेनॉल के उत्पादन पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसका सीधा असर किसानों पर पड़ रहा है।
शेट्टी ने कहा कि चीनी उत्पादन में कमी के लिए सरकार की नीति जिम्मेदार है और अगले साल भी चीनी उत्पादन कम रहेगा। देश में गन्ना क्षेत्र क्यों कम हो रहा है, इसकी तह तक जाना जरूरी था। रासायनिक उर्वरकों की कीमतें काफी बढ़ गई हैं और उत्पादन लागत भी बढ़ गई है, जो इस स्थिति में किसानों के लिए संभव नहीं है।
सरकार को गन्ना उत्पादक किसानों को तत्काल आर्थिक सहायता देनी चाहिए, तभी देश में चीनी उत्पादन बढ़ेगा। उन्होंने मांग की कि इथेनॉल उत्पादन पर प्रतिबंध लगाने का यह हास्यास्पद निर्णय तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।