मुख्यमंत्री की ओर से दरगाह में चादर पेश, भाजपा जिलाध्यक्ष सिर्फ सर्किट हाउस में दिखे

अजमेर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से मंगलवार को अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पर मखमली चादर एवं अकीदत के फूल पेश किए गए। दरगाह में चादर पेश करने के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष समेत अन्य वरिष्ठ स्थानीय भाजपा नेताओं की गैरमौजूदगी ने राजनीति गर्मा दी।

मुख्यमंत्री की तरफ से भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हमीद खान मेवाती ने ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में पवित्र मजार पर चादर पेश की। इस मौके प्रदेश की खुशहाली की दुआ की गई। खादीम सैयद अफशान चिश्ती ने भेजी गई चादर पेश कर मुख्यमंत्री भजनलाल और प्रदेश की खुशहाली के लिए दुआ की।

इसके बाद में मेवाती ने बुलंद दरवाजे से मुख्यमंत्री का संदेश पढ़कर सुनाया। जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया में अमन चैन शांति और भाईचारे का पैगाम हैं गरीब नवाज की पहचान।

इधर, मुख्यमंत्री की चादर लेकर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हमीद मेवाती, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हुसैन खान समेत कई नेता जयपुर से सीधे सर्किट हाउस पहुंचे। मुख्यमंत्री की चादर लेकर आए नेताओं से मिलने को स्थानीय भाजपा नेताओं और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का जमघट लग गया। जिलाध्यक्ष रमेश सोनी, रछित कछावा, बीपी सारस्वती, प्रवीण जैन समेत अनेक भाजपा नेता सर्किट हाउस में देखे गए।

इस बीच जब मुख्यमंत्री की चादर को लेकर वाहनों का काफिला रवाना हुआ तो अल्पसंख्यक मोर्चा के मुंसिफ अली खान के सिवा कोई भी नेता या उनके वाहन दरगाह के लिए रवाना नहीं हुए। जिलाध्यक्ष रमेश सोनी तो चादर रवाना होने के काफी देर बाद तक सर्किट हाउस परिसर में अकेले ही घूमते नजर आए। बाकी नेता एक एक कर जा चुके थे।


राजनीतिक चर्चा का बाजार इस बात को लेकर खासा गरमा गया है कि आमतौर पर अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की चादर पेश होने के दौरान सुर्खियों में बने रहने के लिए स्थानीय भाजपा नेता दरगाह पहुंचने से कभी गुरेज नहीं करते, ऐसे में मुख्यमंत्री की चादर पेश करने के दौरान सर्किट हाउस में मौजूदगी और दरगाह में गैरमौजूदगी के सब अपने अपने अर्थ निकाल रहे हैं। खासकर अजमेर जिले के भाजपा विधायकों और जिलाध्यक्ष का दरगाह में चादर पेश होने के दौरान नजर नहीं आना राजनीति के विश्लेषकों की पेशानी पर भी बल डाल रहा है।