राजगढ़ धाम पर धूमधाम से भरा छठ मेला, हजारों श्रद्धालू पहुंचे


चमत्कारी चिमटी लेने को मची होड़

अजमेर। राजगढ स्थित श्री मसाणिया भैरव धाम पर शारदीय नवरात्रा महोत्सव के दौरान विशाल छठ मेला धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ बाबा भैरव व मां कालिका के जयकारों के बीच भरा गया।

मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज ने चक्की वाले बाबा के मंदिर, बाबा भैरव मां कालिका के साथ वीर तेजा जी महाराज के प्राचीन मंदिर में पूजा अर्चना की। छठ मेले पर सुबह महाराज के सान्निध्य में हजारों श्रद्धालुओं के हुजूम के साथ चक्की वाले मंदिर से शोभायात्रा निकली।

महाराज के सान्निध्य व छठ मेले के मुख्य अतिथि बगरू विधायक, पूर्व संसदीय सचिव कैलाश वर्मा ने ध्वजारोहण कर छठ मेले का शुभारम्भ किया। शोभायात्रा के दौरान बाबा भैरव व मां काली के जयकारों से राजगढ़ धाम गुजांयमान हो गया। शोभायात्रा मां कालिका के मंदिर पहुंची। शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। छठ मेले के पावन अवसर पर एमएलडी कन्या महाविद्यालय केकड़ी की छात्राओं ने बाबा भैरव व मां कालिका के मनभावन भजनों की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।

मेले में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा भैरव, मांं कालिका, धाम पर चल रही अखण्ड़ ज्योति के दर्शन किए साथ ही सर्वधर्म मनोकामना पूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा कर विशेष चमत्कारी चिमटी प्राप्त की। श्रद्धालू बाबा भैरव व मां कालिका के साथ चम्पालाल महाराज के नाम के भी जयकारे लगाते रहे।

छठ मेले में बस, कार, टेम्पो व दोपहिया के कारण दो किलोमीटर दूर तक वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। छठ मेले के चलते राजगढ़ में दुकानें शुक्रवार रात्रि से ही सजना शुरू हो गई थी। श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी की।

धाम़ पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत चम्पालाल महाराज ने छठ मेले के अवसर पर राजगढ़ धाम पर आए श्रद्धालुओं को भ्रूण हत्या को रोकने व बेटियों को पढ़ाने के लिए संकल्प दिलाया। श्री मसाणिया भैरव धाम पर छठ मेले का समापन शाम को महाआरती के साथ चम्पालाल महाराज के द्वारा किया गया। समापन आरती मे विशेष पूजा अर्चना के साथ बाबा भैरवनाथ व मां कालिका को छप्पन भोग के प्रसाद का भोग लगाया गया।

बेटियां लक्ष्मी का अवतार होती हैं : चम्पालाल महाराज

चम्पालाल महाराज ने श्रद्धालुओं को संदेश देते हुए कहा कि बेटियां अपने खुद का सौभाग्य लेकर आती हैं। जिस परिवार पर मां लक्ष्मीजी की कृपा होती है वहां वह खुद बेटी का अवतार लेकर आती है। महाराज ने श्रृद्धालुओं को नशामुक्ति का संकल्प दिलाते हुए कहा कि कहा कि नशा तो नाश का कारण है। नशा अपराध की जड़ है। नशे से परिवार बिगड़ता है। उन्होंने नारे लगवाते हुए कहा कि समाज और परिवार की खुशहाली की पहचान नशा मुक्त हो हर इंसान और बोतल फोड़ो, नशा छोड़ो, घर को जोड़ो। भैरव धाम राजगढ़ पर चल रहे नशामुक्ति अभियान में अब तक लाखों की संख्या में श्रद्वालू नशे का त्याग कर अपने परिवार के साथ सुखमय जीवन यापन कर रहे है।

राजगढ धाम पर चढाए गए सैकड़ों झण्डे

छठ मेले के अवसर पर राजगढ़ धाम पर हरियाणा, यूपी, मध्यप्रदेश, दिल्ली, बिहार, पंजाब, कनाड़ा, नेपाल, हिसार के साथ प्रदेश के अजमेर, ब्यावर, केकड़ी, सरवाड़, जयपुर, भरतपुर, झुंझुंनूं, सीकर, भरतपुर, बीकानेर, चूरू, सुजानगढ़, भीलवाड़ा, कोटा, गंगानगर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, नागौर, विजयनगर, बगरू, अलवर, बूंदी, चित्तौड़गढ आदि जगहों से लगभग 800 झण्डे बाबा भैरव व मां कालिका के श्री चरणों में चढाए गए।

छठ मेले में पूर्व सभापति सुरेन्द्र सिंह राठौड़, निदेशक स्वामी न्यूज कंवल प्रकाश किशनानी, नसीराबाद के उपखण्ड अधिकारी देवीलाल यादव, मेला मजिस्ट्रेट व नसीराबाद तहसीलदार महेश शेषमा, रजि जाफरी नसीराबाद दरगाह सदर आदि ने भैरव बाबा व मां कालिका का आशीर्वाद प्राप्त किया। छठ मेले की व्यवस्था को संभालने के लिए ठिकाना राजगढ के प्रेम सिंह गौेड़, व्यवस्थापक ओमप्रकाश सेन के साथ रमेश सेन, अविनाश सेन, राहुल सेन, मुकेश सेन, राजकुमार चावडा, विजय सिंह रावत, सुनील मेहता, विनय, श्याम शर्मा, कैलाश सेन, महेन्द्र सेन, कमल शर्मा, पदम जैन, कुलदीप, सलीम, धर्मेन्द्र, कन्हैयालाल, देवानन्द, शंकरनाथ, प्रकाश रांका, राजकुमार चावडा, महेन्द्र रावत, मनीष चौहान आदि भी मौजूद रहे।