पाली में झूलेलाल जयंती पर 27 मार्च से चेटीचंड महोत्सव

पाली। सिंधी समाज के इष्टदेव वरूण अवतार झूलेलाल भगवान की जयंती सिंधी कॉलोनी स्थित झूलेलाल मंदिर में चेटीचण्ड महोत्सव के रूप में मनाई जाएगी। महोत्सव का आगाज युवक युवतियों की खेलकूद प्रतियोगिताओं से होगा व समापन 31 मार्च को रात्रि में शिक्षा के क्षेत्र में अधिक अंक लाने वाले प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित कर किया जाएगा।

इसको लेकर सिंधी कॉलोनी स्थित सिंधु भवन में झूलेलाल मण्डल एवं सिंधी समाज सेवा समिति पाली के संयुक्त तत्वावधान में बैठक आयोजित की गई जिसमें शहर के उत्साही युवक युवतियों और समाज बंधुओं ने भाग लिया।

मण्डल अध्यक्ष देवीदास चंदानी, सिंधी समाज सेवा समिति के अध्यक्ष राजेश कुमार पुरसवानी, पूर्व उप महापौर ललित प्रीतमानी तथा महिला मातृ शक्ति की कोकिला नारवानी की अध्यक्षता में हुई बैठक में हुई जिसमें 27 से 31 मार्च तक पांच दिवसीय झूलेलाल महोत्सव की तैयारियो के लिये अलग अलग कमेटियों बनाकर जिम्मेवारी सौपी गई।

प्रवक्ता जय थावानी ने बताया कि 27 से 29 मार्च को युवाओं व युवतियों की विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएं क्रिकेट, म्युजिकल चेयर, रंगोली व बच्चों की खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इसी तरह 29 मार्च को सिंधी कॉलोनी से सुबह 8.30 बजे वाहन रैली निकाली जाएगी जो झूलेलाल मंदिर से रवाना होकर पीएण्डटी कॉलोनी झूलेलाल मंदिर, हाउसिंग बोर्ड झूलेलाल मंदिर, रेल्वे स्टेशन झूलेलाल मंदिर होते हुए गांधी मूर्ति व सुरजपोल तथा सुरजपोल से यु-टर्न करते हुए पुनः गांधी मूर्ति भैरूघाट होते हुए झूलेलाल मंदिर सिंधी कॉलोनी में आकर सम्पन्न होंगी।

उन्होंने बताया कि वाहन रैली के माध्यम से इन क्षेत्रों में रहने वाले सिंधी समाज के लोगो को 30 मार्च व 31 मार्च को होने वाले झूलेलाल भगवान के जयन्ती कार्यक्रमों का निमंत्रण दिया जाएगा।

30 मार्च रविवार को मंदिर में सुबह 9.00 बजे ध्वजारोहण व आरती का कार्यक्रम होंगा। इसके पश्चात शोभायात्रा निकाली जाएगी जिसमें झूलेलाल भगवान सहित विभिन्न देवी देवताओ की झांकियों के साथ डांडिया नृत्य किया जाएगा।

शोभा यात्रा सिधी कॉलोनी से रवाना होकर पानी दरवाजा, चेतना होटल, पल्लीवालो का बास, बादशाह का झंडा, सर्राफा बाजार, फतेहपुरिया बाजार होते हुए पुन झूलेलाल मंदिर सिंधी कॉलोनी पर समाप्त होगी।

दोपहर एक बजे बाद सिंधी समाज के लिए आम भंडारे का आयोजन किया जाएगा। शाम को 6 बजे पंजडा व उसके पश्चात आठ बजे झूलेलाल मंदिर में डांडिया नृत्य किया जाएगा।

महोत्सव के अंतिम दिन 31 मार्च को आरती, डांडिया नृत्य एवं पुरूस्कार वितरण समारोह के साथ झूलेलाल भगवान की जोत विर्सजन लाखोटिया तालाब में की जाएगी। 30 मार्च को सिंधी व्यापारियों के समस्त प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।

बैठक में मण्डल के सचिव सुनील निहालानी, कोषाध्यक्ष चंद्रप्रकाश खत्री, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश छुगानी, हरीश गुरनानी, नत्थुमल गंगवानी, टीकमदास वासवानी, नारायणदास हरवानी, नरेश चंगलानी, ललित मोटवानी, नन्द सतवानी, हेमन्त तनवानी, दीपक आडवानी, राधाकिशन शिवनानी, रमेश थावानी कुसुम लोहानी, नवरति संभवानी, नीतू अमरनानी, लक्ष्मणदास बूलचंदानी, सुरेश पर्शवानी, ललित निहालानी आदि मौजूद रहे।