बलौदा बाजार कलेक्टर कार्यालय को उग्र भीड़ ने किया आग के हवाले

बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में सोमवार को सतनामी समाज के उग्र प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर ऑफिस का घेराव किया तथा उसे आग के हवाले कर दिया। इस दौरान कलेक्टर ऑफिस, जिला पंचायत भवन और तहसील ऑफिस में आगजनी की गई है। आगजनी कर रहे प्रदर्शनकारियों को रोकने गए पुलिसकर्मियों से भी मारपीट की गई। मारपीट की इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

इससे पहले सतनामी समाज के प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रदर्शन करने के लिए कलेक्टर ऑफिस पहुंचे। इसी दौरान अचाकन प्रदर्शन उग्र हो गया है जिसके बाद उग्र प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर ऑफिस को घेर लिया और आग के हवाले कर दिया।

छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार के कलेक्टर ऑफिस को हजारों सतनामी समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए घेर लिया। सतनामी समाज का विरोध प्रदर्शन उग्र हो गया जिसके बाद बेकाबू भीड़ ने कलेक्टर कार्यालय को ही आग के हवाले कर दिया। इस दौरान कलेक्टर ऑफिस, जिला पंचायत भवन और तहसील ऑफिस में आगजनी की गई है। पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की तो उन्हें पुलिस के साथ ही मारपीट की है। इस मारपीट में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

लंबे समय से प्रशासन से नाराज चल रहे सतनामी समाज के लोग सोमवार को विरोध प्रदर्शन के लिए कलेक्टर ऑफिस पहुंचे थे। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए लेकिन जब बात नहीं बनी तो उन्होंने सुरक्षा घेरे को तोड़ दिया और अंदर जा घुसे। बेकाबू सतनामी समाज के लोगों ने सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की है।

करीब तीन-चार हजार लोग कार्यालय के बाहर इकट्ठा हो गए थे। इस दौरान भीड़ ने कलेक्टर ऑफिस में आग लगाई और साथ ही बाहर खड़ी कई प्रशासनिक गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया। आज ही प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवम गृह मंत्री विजय शर्मा सतनामी समाज की मांग के न्यायिक जांच के आदेश दिए थे। इस आदेश के कुछ घण्टो बाद ही इस घटना को अंजाम दिया गया है।

गौरतलब है कि सतनामी समाज के आस्था के प्रमुख केन्द्र गिरौदपुरी धाम से लगा हुआ महकोनी ग्राम के पास गुरु घासीदास जी के ज्येष्ठ पुत्र गुरु अमरदास जी के नाम से अमर गुफा स्थित है। जहां पर कई वर्षों से गुरुगद्दी और जैतखाम स्थापित है। प्रतिदिन पुजारी सुबह-शाम पूजा करते हैं। गत 15 जून की रात में असामाजिक तत्वों ने सुनियोजित ढंग से तीन जैतखाम को आरी से काट-काट कर फेंक दिया गया। इसी बात को लेकर इस समाज से जुड़े लाेग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।