चित्तौड़गढ़। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के पहुंना ग्राम में मंगलवार देर रात एक शोभायात्रा निकालने के दौरान दो पक्षों के बीच आपसी टकराव के बाद पथराव, मारपीट एवं आगजनी की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए।
जिले के राशमी थाना क्षेत्र के पहुंना गांव में मासिक दशमी मेला निकाल रहा था जो रात करीब नौ बजे जब एक बस्ती के समीप पहुंचा तो एक समुदाय ने विरोध करते हुए शोभायात्रा में शामिल लोगों के साथ मारपीट कर कर दी और देखते ही देखते दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया जिसमें करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए जिन्हें भीलवाड़ा अस्पताल ले जाया गया लेकिन श्यामलाल छीपा (55) की रास्ते में ही मौत हो गई। घटना के बाद उपद्रवी तत्वों ने आधी रात बाद कुछ थड़ियों, दुकानों एवं वाहनों को आग के भी हवाले कर दिया।
सूचना मिलने पर जिला पुलिस अधीक्षक पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी रात को ही मौके पर पहुंचे। जोशी ने बताया कि बताया कि इस घटना में एक व्यक्ति की मृत्यु हुई हैं। उन्होंने बताया कि मृतक की घटनास्थल के पास ही दुकान है और जब झगड़ा शुरू हुआ तो वह भी बीच बचाव के लिए पहुंचे लेकिन मारपीट एवं धक्का मुक्की से वह नीचे गिर गया और उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। लोग उन्हें पहले घर ले गए लेकिन हालत बिगड़ते देख उन्हें भीलवाड़ा ले जाया जा रहा था कि रास्ते में उसने दम दोड़ दिया।
उन्होंने बताया कि मारपीट एवं पथराव में कुछ लोग घायल हुए हैं जबकि कुछ जगह रात को आगजनी की घटना भी हुई है। गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है तो मारपीट, पथराव एवं आगजनी को लेकर परस्पर मुकदमें दर्ज कर कई उपद्रवी तत्वों को हिरासत में लिया गया है। रात को ही स्थानीय विधायक अर्जुनलाल जीनगर भी मौके पर पहुंच गए और लोगों के साथ समझाईश के प्रयास जारी है।