जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार के प्रदेश में अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को लेकर रिव्यू किए जाने के फैसले को बेतुका एवं गरीब एवं मध्यम वर्ग के विरोध में करार दिया है।
गहलोत ने शनिवार को सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि गरीब और मध्यम आयवर्ग के बच्चों को अंग्रेजी शिक्षा देने के उद्देश्य से हमारी सरकार ने महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल शुरू किए थे। यदि इन स्कूलों में सुधार की आवश्यकता थी तो वर्तमान सरकार इसमें आवश्यक सुधार करती परन्तु अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को पुन: हिन्दी माध्यम करना बेतुका एवं गरीब एवं मध्यम वर्ग के विरोध में लगता है।
उन्होंने कहा कि हिन्दी तो हम सभी की मातृभाषा है ही परन्तु अंग्रेजी माध्यम बच्चों को रोजगार के नए अवसर देता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने स्थानीय निवासियों एवं जनप्रतिनिधियों की मांग पर ही अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोले थे और इनसे एक अच्छा माहौल तैयार हुआ था। गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने हाल में कहा है कि राजस्थान में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल की जरूरत को लेकर सरकार के स्तर पर रिव्यू किया जा रहा है। इसके बाद ही स्कूल चलेंगे या बंद होंगे। इस पर कोई फैसला होगा।