जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने राज्य सरकार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेशवासियों को जनहितैषी योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित करने के लिए संकल्पित बताते हुए कहा है कि केन्द्र सरकार की योजनाओं से करोड़ों लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आया है।
शर्मा ने शुक्रवार रात यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में यह बात कही। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं से लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठा है एवं उनके सुनहरे भविष्य का मार्ग प्रशस्त हुआ है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं में हर वर्ग के हितों का ध्यान रखा गया है। सबका साथ, सबका विकास एवं सबका विश्वास को चरितार्थ करती यह योजनाएं राज्य में प्रभावी रूप से लागू कर प्रदेशवासियों को लाभान्वित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की इन्दिरा रसोई योजना की समीक्षा कर इसमें निहित सभी खामियों को दूर कर नव योजना के तहत प्रदेश में आमजन को पौष्टिक एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराना राज्य सरकार का ध्येय है। उन्होंने कहा कि इस योजना की समीक्षा में कई कमियां पाई गई है। वर्तमान मैन्यू में भोजन की मात्रा लगभग 450 ग्राम है जो पर्याप्त नहीं है। साथ ही ऐसी जगहों पर रसोई संचालित की जा रही है जहां इनकी उपयुक्तता नहीं है। इसके अतिरिक्त मॉनिटरिंग के लिए स्थायी स्टाफ का अभाव है जिससे इसके निरीक्षण में कठिनाई होती है।
उन्होंने कहा कि रसाईयों में पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक भोजन का प्रावधान किया जाएगा। साथ ही इनके संचालन के लिए उपयुक्त स्थान का प्रावधान किया जाएगा। प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए उचित व्यवस्थाएं की जाएंगी जिससे अधिक से अधिक लोगों को गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराया जा सके। गत योजना के तहत संचालित रसोईयों की संख्या की आवश्यकता का परीक्षण कराकर पुनर्निर्धारण किया जाएगा।
इंदिरा रसोई अब अन्नपूर्णा रसोई
भजनलाल सरकार ने पूर्व की अशोक गहलोत सरकार की इंदिरा रसोई योजना का नाम बदल दिया है। अब ये योजना अन्नपूर्णा रसोई योजना के नाम से जानी जाएगी। जयपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने मुख्यमंत्री भजनलाल ने इसका एलान किया है।
राजस्थान सरकार ने इंदिरा रसोई योजना योजना को लेकर समीक्षा की थी। वहीं इसके नाम बदलने को लेकर स्वायत्त शासन विभाग से हाल ही में रिपोर्ट मांगी गई थी। वहीं अब इस योजना का नाम बदलने का एलान कर दिया गया है।
दरअसल, बीजेपी की पिछली वसुंधरा राजे सरकार में अन्नपूर्णा रसोई योजना चलाई जाती थी, जिसमें वैन के जरिए गरीब और जरूरतमंदों को नाश्ता और भोजन दिया जाता था। इसके बाद जब कांग्रेस की सरकार आई तो गहलोत सरकार ने इसका नाम बदलकर इंदिरा रसोई योजना कर दिया।
अशोक गहलोत सरकार की इंदिरा रसोई योजना के तहत आठ रुपए में भोजना दिया जाता था। इस योजना के जरिए लोगों को बैठाकर भोजन कराया जाता था, जबकि बीजेपी द्वारा चलाई गई अन्नपूर्णा रसोई योजना के तहत वैन के जरिए भोजन दिया जाता था।