जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर प्रदेश में जल जीवन मिशन, बिजली खरीद, बिना किसी संसाधनों के महाविद्यालयों खोलने जैसे दिशाहीन गलत फैसले लेने का आरोप लगाते हुए कहा है कि अब हमारी सरकार राजसेस के तहत खोले गए महाविद्यालयों की समीक्षा करेगी।
शर्मा शुक्रवार को टैगोर इंटरनेशनल स्कूल के ऑडिटोरियम में आयोजित अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, राजस्थान (उच्च शिक्षा) के 62वें प्रांतीय अधिवेशन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय खोलने के संबंध में बिना किसी मूलभूत सुविधाओं के अंधाधुंध महाविद्यालय राजसेस के तहत खोल दिए गए। जिनमें कोई स्थाई शिक्षक नहीं लगाया गया। उन्होंने कहा कि इन कॉलेजों की समीक्षा के लिए हाई पावर कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी इन सभी कॉलेजों की फिजिबिलिटी एवं औचित्य का परीक्षण कर आगे कार्यवाही करेगी।
शर्मा ने कहा कि जल जीवन मिशन में भी जहां पानी के स्रोतों के बिना ही टंकी बना दी गई वहीं बिजली खरीद में हजारों करोड़ का घाटा किया गया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में शिक्षकों एवं कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरने की कार्यवाही शीघ्र शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि कॉलेज शिक्षा विभाग एवं विश्वविद्यालयों में एसीपी एवं सीएस के लाभ से संबंधित जितने भी प्रकरण हैं, उन्हें तुरंत निस्तारित किया जाएगा। भविष्य में प्रतिवर्ष एसीपी और सीएस लाभ के लिए प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा और शिक्षकों के लिए यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निरंतर प्रयत्नशील हैं। उनके नेतृत्व में वर्ष 2014 के बाद उच्च शिक्षण संस्थानों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। केन्द्र सरकार ने सात नए आईआईटी, 16 ट्रीपल आईटी, सात आईआईएम, 15 एम्स और 390 विश्वविद्यालय स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी सभी वर्गां के लिए संवेदनशील होकर काम कर रही है। महिला, युवा, किसान, गरीब सहित सभी वर्गों के सशक्तीकरण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
उन्होंने सभी लोगों का आह्वान किया कि वे अपने नागरिक होने के कर्तव्य को निभाए तथा अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति को केन्द्र एवं राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में जागरूक होकर काम करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने तथा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए लगातार कार्य कर रही है और प्रदेशवासियों को शिक्षा का बेहतर वातावरण देने के लिए राज्य सरकार कृतसंकल्पित है।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि शिक्षकों की सभी समस्याओं के प्रति राज्य सरकार संवेदनशील है तथा शिक्षकों के हित में कार्य किया जा रहा है।