एक कर्मचारी निलम्बित, 15 को कारण बताओ नोटिस
अजमेर। जेएलएन चिकित्सालय का सोमवार को कलक्टर भारती दीक्षित ने आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। चिकित्सालय अधीक्षक डाॅ. अरविन्द खरे ने चिकित्सालय की व्यवस्थाओं से अवगत कराया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. अनुज पिंगोलिया एवं उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एसएस जोधा तथा डाॅ. आरएस किराडिया के नेतृत्व में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों के दल गठित किए गए। इन दलों ने चिकित्सालय के विभिन्न विभागों तथा वार्डो में जाकर एक साथ उपस्थिति जांची। अनुपस्थित पाए गए 15 चिकित्सकों एवं कार्मिकों को कारण बताओ नोटिस जारी अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है।
डाॅ. पूजा माथुर, डाॅ. ऋचा सिंह, डाॅ. प्रशान्त कोठारी, डाॅ. शिव कुमार बुनकर, डाॅ. रामप्रसाद, डाॅ. उर्वशी मीना, डाॅ. केदार प्रसाद, डाॅ. गगन माथुर, डाॅ. विजेन्द्र शर्मा, डाॅ. जयप्रकाश नारायण, डाॅ. कमल कांत सेन, डाॅ. मीना, डाॅ. रजनी भार्गव, डाॅ. नरेन्द्र कुमार एवं डाॅ. नवीन कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए।
कलक्टर दीक्षित ने बहिरंग विभाग, दवा वितरण केन्द्र, पंजीकरण, ड्रेसिंग रूम, शल्य चिकित्सा बहिरंग, सूक्ष्म शल्य क्रिया, अस्थिरोग विभाग, प्लास्टर कक्ष, पुरूष सर्जिकल वार्ड तथा रसोई की व्यवस्थाएं देखी। व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में चिकित्सालय प्रशासन को निर्देश प्रदान किए। मरीजों तथा परिजनों के लिए समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कहा। विभागों की आवश्यकताओं की जानकारी ली। रसायन, अभिकर्मक एवं अन्य सामग्री अग्रिम उपलब्ध कराएं।
चिकित्सालय की रसोई का अवलोकन करने के दौरान अव्यवस्थाएं पाए जाने पर प्रभारी के सम्बन्ध में पूछा गया। रसोई प्रभारी द्वारा लम्बे समय से अवकाश में रहने तथा अपना चार्ज अन्य को हस्तान्तरित नहीं करने के कारण अव्यवस्थाएं होना पाया गया। इसे कलक्टर द्वारा तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने के लिए निर्देशित किया गया।
वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी गीता जैन को रसोई गृह का चार्ज अन्य वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी को देने के लिए आदेशित किया गया था। उनके द्वारा आदेशों की पालना नहीं करने के कारण इनको निलम्बन उपरान्त एपीओ कर मुख्यालय चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य विभाग निदेशालय जयपुर किया गया है।
उन्होंने कहा कि चिकित्सालय मेें किसी भी अधिकारी एवं कार्मिक के अनुपस्थित होने पर उनके स्थान पर तत्काल ही अन्य व्यवस्थाओं की जाए। एमआरआई कक्ष में जेएलएन के चिकित्सक की नियुक्ति करें। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियन्ता चिकित्सालय का नियमित अवलोकन कर आवश्यकतानुसार सिविल कार्य करवाएं। सम्पूर्ण चिकित्सालय परिसर में मलबा हटाने के लिए ठेकेदार को पाबन्द किया जाए। चिकित्सालय के समस्त टाॅयलेट की मरम्मत हो।
आवश्यकतानुसार उनकी टाॅयलेट शीट बदली जाए। समस्त की जीयो टेगिंग एवं टाइम स्टेपल फोटो पूर्व तथा पश्चात स्थित भी फोटो से जिला प्रशासन को अवगत कराएंगे। इसी प्रकार चिकित्सालय प्रशासन द्वारा सुचीबद्ध समस्त कार्य भी पूर्ण करने होंगे। आउटडोर में पपड़ी हटाकर रंग रोगन किया जाए। आउटडोर में मरीजों एवं परिजनों के लिए वेटिंग एरीया में बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जल निकासी व्यवस्था उत्तम रखने रहने के लिए योजना बनाएं। वर्तमान में निर्मित ड्रेनेज संरचानाओं में से समस्त अवरोध हटाए जाएं। चिकित्सालय के नालों को नगर निगम द्वारा मुख्य नाले से जोड़ा जाएगा। इसके लिए आज ही नगर निगम का दल आएगा। चिकित्सालय के बिलों के विलम्बित भुगतान को शीघ्र करवाने के निर्देश दिए। चिकित्सालय की पार्किंग के लिए नई निविदा जारी होगी। डे आफ के साथ अन्य छुट्टियां लेने वालो को भी नोटिस किए जाएं।
इस अवसर पर अतिरिक्त प्रधानाचार्य मेडिकल काॅलेज डाॅ. एसके भास्कर, चिकित्सालय के कार्यवाहक अधीक्षक डाॅ. अरविन्द खरे, उप अधीक्षक डाॅ. शालिनी मीणा एवं कनिष्ठ अभियन्ता कुसुम मीणा उपस्थित रहे।