ये रिश्ता क्या कहलाता है! बेलगाम बजरी माफिया और पुलिस का गठजोड़

जयपुर/अजमेर। राज्य सरकार समय समय पर अवैध खनन और बजरी माफिया के खिलाफ अभियान चलाने के आदेश जारी करती है। पकडा धकडी के इस अभियान में पुलिस की भूमिका अधिक रहती है। कुछ पुलिस वाले अपनी जान पर खेलकर बजरी से भरे कुछ डंपर और ट्रैक्टर ट्रॉली पकड़ लेते हैं तो कुछ पुलिस वाले इस कार्रवाई में अपनी जान भी गंवा देते हैं। प्रदेश में ऐसी दर्जनों वारदातें हो चुकी हैं जिनमें बेखौफ बजरी माफिया ने पुलिस वालों पर ही बजरी के डंपर चढ़ा दिए। इन वारदातों में कई पुलिस वालों की जान भी जा चुकी है।

इसके बावजूद राजस्थान में पुलिस इन बजरी माफिया की कमर नहीं तोड़ सकी है। इसकी वजह खुद वे चुनिंदा पुलिस वाले हैं जो इन बजरी माफिया के लिए रीढ़ की हड्डी बने हुए हैं। सूत्रों के अनुसार ऐसे भ्रष्ट पुलिस वाले इन बजरी माफिया के मुखबिर से कम नहीं। कुछ ने तो बकायदा उनसे पार्टनरशिप भी कर रखी है। कुछ ने खुद ही बेनामी डंपर और ट्रैक्टर ट्रॉलियां खरीद रखी हैं जो बिना नम्बरी दौड़ रही हैं। ये गाड़ियां धड़ल्ले से बजरी ढोने के काम ली जा रही हैं।

अब अजमेर का एक ऐसा ही फोटो पिछले तीन दिन से पूरे राजस्थान में जमकर वायरल हो रहा है और इससे पुलिस महकमे में हड़कम्प मचा हुआ है। इस फोटो में बजरी से भरे बिना नम्बरी डंपर के पास पुलिस की जीप खड़ी है। अजमेर के एक जागरूक नागरिक ने यह फोटो सबगुरु न्यूज को भी भेजा। इसमें कोई दोराय नहीं कि पुलिस की जीप और बिना नंबर का एक डंपर जिस तरह सट कर खडे हैं, वह पुलिस और बजरी माफियाओं के गठजोड को साबित करने के लिए काफी है।

अहम बात यह है कि यह फोटो 21 दिसम्बर का बताया जा रहा है और सबसे अहम बात यह है कि इसी दिन जिला पुलिस अधीक्षक वन्दिता राणा ने 21 से 27 दिसम्बर तक जिले में बजरी माफिया के खिलाफ अभियान चलाने का आदेश जारी किया था। यानी जिस दिन आदेश जारी हुआ, उसी दिन कायड़ रोड पर पुलिस जीप और इस बिना नम्बरी डंपर के बीच ‘प्रेम’ बढ़ाया जा रहा था।

बिना नम्बरी इस डंपर को पुलिस ने सीज किया या नहीं, इसकी अधिकारिक जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है। यह फोटो वायरल होने के बाद कई थानों की पुलिस में खलबली मची हुई है। हालांकि छापामार कार्रवाई पर निकली पुलिस के मौके पर पहुंचने की गोपनीय सूचना खनन और बजरी माफियाओं को पहले ही लग जाती है। इससे साबित होता है कि घर के भेदी ही लंका ढा रहे हैं।

बतादें कि पुलिस अधीक्षक की ओर से जारी आदेश में थानाधिकारियों स्पष्ट कहा गया है कि अवैध खनन, निर्गमन व भंडारण के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई किए जाने के लिए परिवहन व पुलिस के बीच समन्वय रखते हुए ​अधिक से अधिक कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित किया जाए। इतना ही नहीं बल्कि प्रतिदिन की गई कार्यवाही मेल के जरिए कार्यालय को भेजी जाए।

इधर, अवैध खनन पर हो रही है लगातार कार्यवाही

अजमेर। राज्य सरकार के आदेशों की पालना में जिले में अवैध खनन के संवेदनशील एवं संभावित क्षेत्रों में अवैध खनन, निर्गमन, भण्डारण की रोकथाम के लिए कलक्टर लोक बन्धु ने जिले में अधिक से अधिक कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। इसकी पालना में कार्रवाई जारी है।

खनि अभियन्ता पीके अग्रवाल ने बताया कि इसकी पालना में एसआईटी सदस्य विभागों (राजस्व, वन, पुलिस, खान एवं परिवहन विभाग) द्वारा माह दिसम्बर में अब तक अवैध खनन, निर्गमन एवं भण्डारण के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए जिले की तहसील- पुष्कर, नसीराबाद, रूपनगढ़, पीसांगन, अजमेर के ग्राम-डूमाड़ा, भांवता, रूपनगढ़, श्रीनगर, किशनपुरा सहित अनेक ठिकानों पर औचक दबिश देते हुए खनिज मैसनरी स्टोन, मुर्रम व खनिज बजरी के अवैध खनन एवं निर्गमन में लिप्त पाए गए वाहनों (डम्पर, ट्रैक्टर-ट्रोली) के कुल 19 प्रकरण दर्ज किए गए।

इन पर शास्ति राशि 14 लाख 14 हजार 860 रूपए आरोपित की गई है। इनमें कुल शास्ति राशि 10 लाख 70 हजार 160 रूपए की वसूली की जा चुकी है। शेष से वसूली की कार्यवाही की जा रही है। जिले में अजमेर शहर के निकटवर्ती अवैध खनन के संवेदनशील स्थानों पर आकस्मिक चेकिंग कार्य किया जाकर अवैध खनन, निर्गमन एवं भण्डारण के विरूद्ध कार्यवाही निरन्तर जारी है।