जयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने अलवर में एक होमगार्ड आरक्षक को साजिश रचकर रिश्वत के मामले में फंसाने के आरोप में शिकायतकर्ता सहित तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक डाॅ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने शुक्रवार को बताया कि गुरुवार को होमगार्ड आरक्षक सहजुद्दीन को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया था। बाद में जांच करने पर यह मामला झूठा पाया गया।
उन्होंने बताया कि परिवादी महबूब अली ने ब्यूरो के अलवर प्रथम कार्यालय में हस्तलिक्षित शिकायत दी थी कि जिसमें रिश्वत मांगे जाने का उल्लेख किया था। इस पर ब्यूरो के दल ने जाल बिछाकर सहजुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन रिश्वत लेन देन के दौरान टेप रिकॉर्डर में दर्ज आवाज सुनने के बाद विरोधाभाषी एवं संदिग्ध तथ्य पाये जाने के बाद मामले की गहन जांच की गयी तो खुलासा हुआ कि अहबूब अली, मकसूर और कपिल ने मिलकर सहजुद्दीन को फंसाने के लिए साजिश रची थी।
डाॅ. मेहरड़ा ने बताया कि इन्होंने कपिल को सहजुद्दीन के रूप में पेश करके फर्जी रिश्वत मांगने का वार्तालाप करके सत्यापन करा लिया। इन तीनों ने साजिश रचकर होमगार्ड में भर्ती करवाने की एवज में रिश्वत की मांग का वार्तालाप रिकार्ड करवाया। बाद में 450 वर्गगज के तीन भूखंड के बदले 30 हजार रुपए की राशि सहजुद्दीन को देने की योजना बनाई। वही राशि रिश्वत की समझकर सहजुद्दीन से बरामद की गई थी।
उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ अलवर के शिवाजी पार्क थाने में भारतीय न्याय संहिता के 2023 एवं सूचना प्रौद्योगिकी के तहत मामला दर्ज कराया गया है।