कांग्रेस विधायकों ने राजस्थान विधानसभा के सामने दिया धरना

जयपुर। राजस्थान की सोलहवीं विधानसभा के तृतीय एवं बजट सत्र में शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर टिप्पणी को लेकर सदन में हंगामा के बाद उत्पन्न गतिरोध जारी हैं और कांग्रेस विधायकों ने इस टिप्पणी एवं छह कांग्रेस विधायकों के निलंबन के विरोध में मंगलवार को विधानसभा के बाहर धरना शुरु कर दिया।

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा गेट के बाहर धरना शुरू किया और इसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, जूली सहित कई विधायक एवं पार्टी नेता शामिल हुए। इससे पहले कांग्रेस के निलंबित विधायक विधानसभा में जाने का प्रयास किया लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए।

धरने पर कांग्रेस विधायकों एवं नेताओं द्वारा नारेबाजी एवं प्रदर्शन किया जा रहा है और इंदिरा गांधी पर टिप्पणी करने वाले मंत्री माफी मांगने एवं निलंबित कांग्रेस विधायकों को बहाल करने की मांग कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को विधानसभा में प्रश्नकाल में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने एक प्रश्न के जवाब में इंदिरा गांधी पर टिप्पणी करने के बाद कांग्रेस के विधायक वेल में आ गये और हंगामा हुआ। इस दौरान कांग्रेस विधायकों के आसन के नजदीक पहुंच जाने पर डोटासरा सहित छह विधायकों को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था।

इसके बाद कांग्रेस विधायक वेल में ही धरने पर बैठ गए और रविवार तक इनका विधानसभा में धरना जारी रहा और सोमवार को एक बार सत्ता पक्ष एवं विपक्ष में बातचीत से गतिरोध समाप्त होता नजर आया लेकिन दोनों पक्ष एक दूसरे से पहले माफी मांगने पर अड़ जाने से गतिरोध जारी रहा।