जयपुर में कांग्रेस ने ईडी कार्यालय के बाहर धरना देकर किया विरोध प्रदर्शन

जयपुर। अडानी मुद्दे की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने एवं सेबी प्रमुख को पद से हटाने की मांग को लेकर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के नेतृत्व में जयपुर स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय के बाहर कांग्रेस ने धरना देकर विरोध-प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन में कांग्रेस के सांसद एवं विधायक, सांसद एवं विधायक प्रत्याशी, प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। इस अवसर पर डोटासरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि आज का धरना एवं प्रदर्शन इसलिए किया गया कि मोदी सरकार, भाजपा नेताओं एवं मोदी सरकार के अधिकारियों ने जिसमें संस्था सेबी शामिल है, के साथ मिल कर उद्योगपति अडानी का खजाना भरने का गैरकानूनी कृत्य कर महाघोटाला किया है उसकी जांच जेपीसी से होनी चाहिए, क्योंकि मोदी सरकार एवं शेयर मार्केट को रेगूलेट करने वाली संस्था सेबी की मिलीभगत से इस देश में महाघोटाला हुआ है।

उन्होंने कहा कि यह धरना प्रदर्शन समझाने के लिए है कि किस प्रकार केन्द्र सरकार ने चंद उद्योगपति लाभ पहुंचाने के लिए देश की समस्त परिसम्पत्तियों पर उनका कब्जा कराने के लिए मिलीभगत कर यह महाघोटाला किया है तथा आम व्यक्ति को प्रताड़ित और ठगा जा रहा है। इससे आम आदमी के हितों पर कुठाराघात हो रहा है। उन्होंने कहा कि मोटे तौर पर यह समझा जा सकता है कि शेयर मार्केट को नियंत्रित करने वाली संस्था सेबी जिसमें पहली बार निजी क्षेत्र से चेयरमेन बनाया गया है। उन माधवी बुच की नियुक्ति के साथ ही यह महाघोटाला प्रारम्भ हुआ। उन्होंने कहा कि शेयर कम्पनियों के माध्यम से मनी लॉण्ड्रिंग हुई और अकाउण्टिंग फ्रॉड किए गए।

उन्होंने आरोप लागते हुए कहा कि विदेश शैल कम्पनियों के माध्यम से अडानी की कम्पनियों के शेयरों की कीमत को बढ़ाया गया, कम्पनियों की वैल्यू बढ़ायी जाकर उन्हें विश्व के अग्रणी उद्योगपति की श्रेणी में लाया गया। उन्होंने कहा कि इसके पश्चात् अडानी की कम्पनियों को देश की नवरत्न कम्पनियां, एयरपोर्ट एवं अन्य सार्वजनिक उपक्रम प्रदान किए गए। उन्होंने कहा कि आज कोयले का व्यापार हो या तेल का व्यापार हो, ऊर्जा का कार्य हो सभी व्यवसाय पर आज उद्योगपति अडानी काबिज है। उन्होंने कहा कि जो 70 वर्ष में कांग्रेस पार्टी की सरकारों ने देशवासियों की मेहनत के साथ कम्पनियां और उद्योग स्थापित किए थे उन पर अडानी को काबिज करवा कर समस्त मुनाफा अडानी की कम्पनियों को देने का कार्य किया गया है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार एवं भाजपा ने यह सोचा कि पूर्व में किए गए इन सब घोटालों से बच गए तो शायद अब अडानी महाघोटाले से भी बच जाएंगे। उन्होंने कहा कि श्री राहुल गांधी और इण्डिया गठबन्धन ने संसद के दोनों सदनों में केन्द्र की मोदी सरकार के घोटाले के विरूद्ध आवाज उठाई तो संवैधानिक पदों पर बैठे दोनों सदनों के अध्यक्षों के माध्यम से हमारे नेताओं के माईक बंद करा दिए गए।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ना सिर्फ लोकसभा और राज्यसभा बल्कि सभी प्रदेशों में सदन से लेकर सड़क तक इन घोटालों को लेकर भाजपा से जनता के बीच सवाल करेगी और सारे घोटाले जनता के बीच उजागर किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा को जवाब देना चाहिए कि अडानी घोटाले की जांच कराने के लिए जेपीसी क्यों नहीं गठित की जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा जांच नहीं कराना चाहती क्योंकि यदि जेपीसी गठित हुई और जांच हुई तो भाजपा के बड़े-बड़े नेता जो विपक्षी दलों के नेताओं को बेवजह परेशान करने का कार्य करते हैं, जेल की सलाखों के पीछे पहुंच जाएंगे।

डोटासरा ने कहा कि आज राजस्थान में भी भाजपा सरकार की अजीब स्थिति है। मुख्यमंत्री की मंत्री नहीं मानते, मंत्रियों की विधायक नहीं सुन रहे, विधायकों की जनता नहीं मान रही। उन्होंने कहा कि यह समझ नहीं आ रहा है कि सरकार कौन चला रहा है। उन्होंने कहा कि अजीब स्थिति है कोई मंत्री इस्तीफा लिए घूम रहा है और डेढ़ माह से मुख्यमंत्री फैसला नहीं कर पा रहे है।

प्रदर्शन में सांसद मुरारीलाल मीना, भजनलाल जाटव एवं राहुल कस्वां, विधायक शांति धारीवाल, हरीश चौधरी, डॉ. विकास चौधरी, जाकिर हुसैन गैसावत, हरिमोहन शर्मा, हरेन्द्र मिर्धा, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. बीडी कल्ला, कई पूर्व मंत्री सहित कई कांग्रेस नेता एवं प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल हुए।

प्रदर्शन में अजमेर के कांग्रेसजन शामिल

ईडी कार्यालय जयपुर पर धरना व प्रदर्शन के कार्यक्रम में अजमेर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे रामचन्द्र चौधरी के नेतृत्व में अजमेर से प्रदेश कांग्रेस सचिव कैलाश झालीवाल, अर्चना सुराना, द्रोपदी कोली, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र अग्रवाल, वाहिद मोहम्मद, शहर कांग्रेस महासचिव पार्षद नोरत गुर्जर, अजय शर्मा, आशीष पाल पदावत, सर्वेश पारीक, गणेश चौहान, महेंद्र जोधा, मांगी लाल काठात, शमशुद्दीन, रामेश्वर पनेर, लक्ष्मी नारायण धोलिया, कमलेश चौधरी, जगदीश चौधरी, निर्मल पारीक, कानाराम हनुतीया, विजय प्रकाश वैष्णव, सायर गुजर, सांवर लाल चौधरी, अजहर पठान, मनीष सेन, मसूदा कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष रामलाल नग़वाडा, लक्ष्मी बुंदेल, हरि प्रसाद जाटव, करतम मीना, राजेंद्र जेवलिया, शेख अमीरुद्दीन, महावीर नाबेडा, महावीर पाँचाल, याकूब मोहम्मद, सुरेश नील, हरिसिंह केरिया, मान सिंह झाक, गीता चौधरी, एडवोकेट प्रताप सिंह भाटी, गजराज भेरूखेडा, सांवरलाल सिंघावल, मस्तान काठात, नेकदीन श्यामगढ, रघुवीर सिंह व मनफूल धनी खेड़ा सहित अनेक कांग्रेस जन शामिल हुए।