जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कांग्रेस को सत्ता लोलुप पार्टी बताते हुए कहा है कि उसका मकसद येन-केन-प्रकारेण सत्ता हासिल करने का रहता है और इस कारण वह संविधान निर्माता डा भीमराव अंबेडकर के नाम पर बतंगड़ बनाकर लोगों में भ्रम फैलाना एवं झूठ की राजनीति करना चाहती हैं, उसने बाबा साहेब को अपमानित किया और कभी सम्मान नहीं दिया, ऐसे में उसे पूरे देश से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।
शर्मा मंगलवार को यहां भाजपा प्रदेश कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास हमेशा से बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर को अपमानित करने और उनका मजाक उड़ाने का रहा है और आज यह पार्टी उनके नाम पर हक मांगने का ढोंग कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने कभी अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति की बात नहीं की।
उन्होंने कांग्रेस को सत्ता लोलुप बताते हुए कहा कि यह पार्टी सत्ता के बिना नहीं रह सकती। कांग्रेसी नेताओं का प्रयास रहता है कि येन-केन-प्रकारेण सत्ता हासिल करे, फिर चाहे झूठ, धर्म या जातिवाद की राजनीति ही क्यों ना करनी पडे। जबकि वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा नीत केन्द्र सरकार डॉ. अम्बेडकर, डॉ. श्याम प्रसाद मुखर्जी और पं. दीनदयाल उपाध्याय के दिखाए अन्त्योदय और गरीब कल्याण के मार्ग पर चल रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब के नाम पर एक भी स्मारक नहीं बनाया जबकि भाजपा सरकारों के समय में ही देश में बाबा साहब की स्मृति में पंचतीर्थों का विकास किया गया। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की सरकार आई तो दिल्ली में अंबेडकर सेंटर बनकर तैयार हुआ।
मोदीजी की सरकार ने लंदन में जहां बाबा साहब रहे थे वहां उनकी एक स्मृति बनवाई, दिल्ली में उनके निवास स्थान पर स्मृति स्थापित की, नागपुर की दीक्षा भूमि और मुंबई की चैत्य भूमि में भी स्मृतियां बनाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लंबे समय तक शासन में रही लेकिन उसने बाबा साहब को कभी सम्मान नहीं दिया जबकि भाजपा समर्थित सरकार ने बाबा साहब को भारत रत्न देने का काम किया।
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी गृह मंत्री अमित शाह के भाषण के एक बहुत ही छोटे से अंश को बिना किसी संदर्भ के प्रस्तुत कर, खुद के लिए राजनीति करने का बेहूदा प्रयास कर रही हैं मगर देश की जनता सब समझती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सांसदों से धक्का-मुक्की की, जो कि बहुत ही शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को शर्म करनी चाहिए और पंडित नेहरू एवं कांग्रेस के नेताओं द्वारा बाबा साहब अंबेडकर के अपमान के लिए उन्हें बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कारण ही देश के पहले कानून मंत्री बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर को मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने को मजबूर होना पड़ा। यहां तक की बाबा साहब को इस्तीफे के बाद सदन में बोलने तक नहीं दिया गया। कांग्रेस पार्टी को जवाब देना चाहिए कि उसने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के त्यागपत्र को जनता के सामने क्यों नहीं आने दिया।
उन्होंने कहा कि नेहरू ने एडविना माउंटबेटन को भी पत्र लिखकर बाबा साहब अंबेडकर के कैबिनेट में न रहने की खुशी जाहिर की थी। ऐसी सोच वाली कांग्रेस पार्टी आज बाबा साहब के नाम पर झूठ की राजनीति कर रही है, जो बहुत ही शर्मनाक है।
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने अंबेडकर को 1952 लोकसभा चुनाव और 1954 के उपचुनाव में हरवाया। इस पार्टी के शासन में उन्हें भारत रत्न तक नहीं दिया गया। देशभर में नेहरू, इंदिरा गांधी, संजय गांधी और राजीव गांधी के नाम पर सैकड़ों स्मारक, अस्पताल और सड़कों के नाम रख दिए गए मगर बाबा साहेब का एक भी स्मारक नहीं बनने दिया।