जनता के बीच जाने से डर रही है कांग्रेस : रक्षा भंडारी

जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रक्षा भंडारी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि आपसी गुटबाजी और अंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेस पार्टी के नेता जनता के बीच जाने से डर रहे है।

डा भंडारी ने शुक्रवार को अपने बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि इसके कारण अभी तक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों की पहली सूची ही जारी नहीं हो पाई है। राज्य में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं विधायकों के प्रति लोगों की नाराजगी का आलम यह है कि अब लोग प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली तक पहुंच गए हैं।

उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी ने अंतर्विरोध को दबाने के लिए दौसा में होने वाली उसकी नेता प्रियंका गांधी की सभा में टिकटों के दावेदार तथा विरोधियों के किसी भी धरने और प्रदर्शन पर रोक लगा दी है। इसके लिए पीसीसी ने सभी नेताओं को कार्यकर्ताओं को आदेश दिए है कि प्रियंका गांधी की सभा में कोई भी धरना या प्रदर्शन हुआ तो उसके खिलाफ अनुशानसनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. भंडारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीते पांच वर्ष में कांग्रेस सरकार ने राजस्थान का विकास ठप कर दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरे कार्यकाल में अपनी कुर्सी से चिपके रहे तथा अपने मंत्रियों और विधायकों की जासूसी ही करवाते रहे। गहलोत तो अपनी ही पार्टी के युवा नेता से इतने असुरक्षित महसूस करते रहे कि उन्होंने कार्यकाल पूरा होने तक उनसे बात तक नहीं की।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की कार्यप्रणाली से परेशान होकर मंत्री और विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ सडक पर उतरकर धरना देते रहें। विधानसभा के सदन में महिला सुरक्षा को लेकर अपनी बात रखने पर मुख्यमंत्री ने मंत्री राजेन्द्र गुढा को पद से हटा दिया जबकि गुढा ने मणिपुर हिंसा को लेकर आरोप लगा रही कांग्रेस सरकार को कहा था कि राजस्थान में इस बात में सच्चाई है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहे हैं।